हाल ही में सोनिया गांधी ने नवजोत सिंह सिद्धू के हाथों में पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपी थी. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पंजाब कांग्रेस के प्रदर्शन की बात कही गई थी. यह प्रदर्शन पूरे देश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पैगासस स्पाइवेयर मामले में जारी निर्देश के तहत होना था. बुलाए गए इस प्रदर्शन को लेकर सिद्धू और पंजाब कांग्रेस कमेटी की खूब फजीहत हो रही है. नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में गुरुवार सुबह 11 बजे यह प्रदर्शन होना तय था.
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा मीडिया को बीती शाम प्रोटेस्ट मार्च की कवरेज करने का मैसेज भी दिया गया था. उसके बावजूद प्रदर्शन को रद्द करना पड़ा.
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क्या है प्रदर्शन रद्द करने की वजह?
सूत्रों के मुताबिक, नवजोत सिंह सिद्धू विधायकों की संख्या जुटाने और शक्ति प्रदर्शन के चलते अमृतसर और तरनतारन में विधायकों के घर जाकर डोर टू डोर मीटिंग करने में व्यस्त हैं. इस कार्य में सिद्धू इतने व्यस्त हो गए कि पार्टी के निर्देशों तक को नज़रअंदाज कर दिया. इसी वजह से सिद्धू के न पहुंचने के कारण प्रोटेस्ट मार्च संभव नहीं हो सका. इस मामले में पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने मैसेज में लिखा था कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में ये प्रदर्शन होगा. लेकिन प्रदर्शन में सिद्धू के ना आने के कारण बेइज्जती से बचने के लिए आनन-फानन में कांग्रेस द्वारा इस प्रदर्शन को रद्द कर दिया गया. जबकि ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (AICC) की तरफ से हर राज्य की कांग्रेस यूनिट को निर्देश था कि 22 तारीख को पैगासस स्पाइवेयर मामले को लेकर अपने-अपने राज्यों में जोरदार प्रदर्शन किया जाए. जिससे स्पाइवेयर मामले में सरकार के ऊपर लगाए गए आरोपों पर कार्यवाही का दबाव बनाया जा सके.
क्या है पैगासस स्पाईवेयर मामला?
दुनियाभर की सरकारों द्वारा 50 देशों में 50,000 से अधिक लोगों की लंबी सूची की जासूसी करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इजरायली फर्म एनएसओ की सैन्य-ग्रेड 'पेगासस स्पाइवेयर' (Pegasus Spyware) पर रविवार को एक धमाकेदार रिपोर्ट से और हंगामा हो गया है. पेगासस एक मैलवेयर है जो आईफोन और एंड्राइड उपकरणों को प्रभावित करता है. यह अपने उपयोगकतार्ओं को संदेश, फोटो और ईमेल खींचने, कॉल रिकॉर्ड करने और माइक्रोफोन सक्रिय करने की अनुमति देता है. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट है कि 189 पत्रकारों, 600 से अधिक राजनेताओं और सरकारी अधिकारियों और 60 से अधिक व्यावसायिक अधिकारियों को एनएसओ समूह के क्लाइंट द्वारा लक्षित किया गया था, जिसका मुख्यालय इजराइल में है.
HIGHLIGHTS
- पैगासस स्पाईवेयर मामले में कांग्रेस का पंजाब प्रदर्शन रद्द
- हर राज्य की कांग्रेस यूनिट को 22 तारीख को पैगासस मामले में प्रदर्शन का था निर्देश