शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में चीमा ने कहा कि पिछली बादल- भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने हमेशा जनविरोधी फैसले लिए हैं. पारंपरिक पार्टियों ने हमेशा पंजाब के लोगों से ड्रग्स माफिया खत्म करने का वादा कर अपनी सरकार बनाई, लेकिन सरकार बनाकर ड्रग माफिया को संरक्षण दिया. उन्होने कहा कि नौजवानों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया. उन्होंने कहा कि कालझरानी गांव बठिंडा जिले का एक प्रसिद्ध गांव है. पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल बठिंडा जिले के विकास का दावा करते रहे हैं. लगभग 20 वर्षों तक पंजाब के मुख्यमंत्री रहने के बावजूद प्रकाश सिंह बादल अपने क्षेत्र से भी नशीले पदार्थों के खतरे को खत्म नहीं कर पाए. परेशान होकर आज कलझरानी गांव के निवासियों को नशा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
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चीमा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब के नशा तस्करों की रीढ़ तोड़ने के लिए पवित्र श्री गुटका साहिब की शपथ ली थी, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. चीमा ने कहा कि नशा तस्करों के साथ पारंपरिक दलों की मिलीभगत और संरक्षण के कारण नशीले पदार्थों का खतरा बढ़ है. राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण पंजाब पुलिस भी ड्रग तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रही है, जिसके कारण लोगों का पुलिस पर से विश्वास उठ गया है.
चीमा ने गांव कलझरानी सहित पंजाब के लोगों से कानून में विश्वास रखने और कानून को अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की. उन्होंने आश्वासन दिया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद नशा माफिया का जड़ से खात्मा होगा और नशा माफिया को संरक्षण देने वाले राजनीतिक नेताओं और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
Source : News Nation Bureau