पंजाब कैबिनट की बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सभी मंत्रियों से नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ नेगेटिव बयानबाजी करने से रोक दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कहा कि बाहर जाकर कोई भी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ बयानबाजी नहीं करेगा. इससे पहले सियासी हलकों में चर्चा थी कि राज्य सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अपने बयान को लेकर माफ़ी मांगेंगे या फिर अपने पद से इस्तीफ़ा देंगे.
सूत्रों के मुताबिक, दो कैबिनेट मंत्रियों ने मीटिंग के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू का मुद्दा उठाया और भावनात्मक बातें कैप्टन अमरिंदर सिंह के सामने शुरू कीं, लेकिन कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उसी वक्त उन मंत्रियों और मीटिंग में मौजूद तमाम मंत्रियों को सरकार से जुड़े मुद्दों पर बात करने का निर्देश दिया. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सारे हंगामे को शांत करते हुए राहुल गांधी और आलाकमान का निर्देश अपने तमाम मंत्रियों को बताया और उन्हें कहा कि अब इस मीटिंग से बाहर जाने के बाद कोई भी मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर किसी भी तरह का नेगेटिव स्टेटमेंट नहीं देगा, क्योंकि इससे ना सिर्फ पार्टी को पंजाब में बल्कि राजस्थान में भी भारी नुकसान हो सकता है.
कैबिनेट बैठक के बारे में साधु सिंह धर्मसोत ने कहा, यह रूटीन की बैठक थी, नवजोत सिधु को लेकर बात नही हुई है. उन्होंने कहा, करतारपुर कॉरिडोर को लेकर 2002 से कोशिश शुरू की गई थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार कर लिया है.
कैप्टन अमरिंदर ने भारत सरकार व पाकिस्तान सरकार का भी धन्यवाद किया है. सिदधू ने कहा कि पिता हैं कैप्टन अमरिंदर तो वो उनसे बात करेंगे. राहुल गांधी देश के पार्टी प्रधान हैं व पंजाब में कैप्टन को जिमेदारी दी है.
Source : Vishal Thakur