पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. चरणजीत सिंह चन्नी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित रेत खनन मामले से जुड़ी जांच के मामले में घंटों तक पूछताछ की. ये पूछताछ करीब 6 घंटों तक चली. चरणजीत सिंह चन्नी ने खुद भी इस मामले की जानकारी दी. चन्नी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि वे बुधवार को ईडी के सामने पेश हुए और उनके सवालों के जवाब दिए. उन्होंने लिखा कि जो भी उन्हें जानकारी थी, उन्होंने ईडी को बता दिया. चरणजीत सिंह चन्नी के मुताबिक़ इस मामले में ईडी ने अदालत में चालान पेश कर दिया है. पूर्व सीएम का कहना है कि ईडी ने उन्हें फिर से आने को नहीं कहा है.
सूत्रों के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने चन्नी को पहले भी कई बार समन भेजे थे. ईडी के अधिकारियों ने चन्नी से हनी और अन्य लोगों के साथ उनके संबंधों और मुख्यमंत्री कार्यालय में उनके भतीजे की कुछ यात्राओं के बारे में पूछताछ की. साथ ही सूत्रों के मुताबिक उनसे राज्य में अवैध बालू खनन अभियान के तहत कुछ अधिकारियों के तबादले और पदस्थापना के आरोपों के बारे में भी पूछताछ की गई.
I was summoned by the ED yesterday regarding the mining case. I attended and replied to the queries put by them to the best of my knowledge. A Challan in this case has already been presented by ED in the Hon’ble court .The authorities have not asked me to come again.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) April 14, 2022
इस मामले में ईडी की कार्रवाई 18 जनवरी को हनी और अन्य के खिलाफ छापेमारी के बाद शुरू हुई थी. हनी के परिसर से ईडी ने लगभग 7.9 करोड़ रुपये नकद और संदीप कुमार नामक एक व्यक्ति से लगभग 2 करोड़ रुपये जब्त किए थे. ईडी के अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने तलाशी के दौरान कुदरतदीप सिंह, भूपिंदर सिंह (हनी), हनी के पिता संतोख सिंह और संदीप कुमार के बयान दर्ज किए और यह पता चला कि जब्त 10 करोड़ रुपये भूपिंदर सिंह पुत्र संतोख सिंह के थे.'
ईडी ने एक बयान में दावा किया था कि इसके अलावा, भूपिंदर सिंह ने स्वीकार किया कि उन्हें रेत खनन कार्यों और अधिकारियों के स्थानांतरण व पदस्थापना में मदद के बदले में जब्त की गई नकदी प्राप्त हुई थी. एजेंसी के अनुसार, हनी अपनी गिरफ्तारी से पहले पूछताछ के लिए उनके सामने पेश हुआ था. उसने अपना बयान दिया था, जिसमें अन्य बातों के साथ-साथ हनी ने कहा था कि वह खनन से संबंधित गतिविधियों में शामिल है, लेकिन कुछ अहम सवालों पर उसने टालमटोल का रुख अपनाया. हनी, कुदरतदीप सिंह और संदीप कुमार 'प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड' नामक एक कंपनी के निदेशक बताए जाते हैं, जिस पर जनवरी में प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा था.
बता दें कि ईडी ने पिछले साल नवंबर में पंजाब पुलिस (राहोन पुलिस स्टेशन, शहीद भगत सिंह नगर) की 2018 की प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद धनशोधन का मामला दर्ज किया था, जिसमें भारतीय दंड संहिता और (विकास का विनियमन) अधिनियम, 1957 की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए थे.
HIGHLIGHTS
- चरणजीत सिंह चन्नी से ईडी ने की पूछताछ
- अवैध रेत खनन मामले में पूछताछ
- चन्नी ने कहा-पूरी हो गई पूछताछ
Source : News Nation Bureau