आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब मामलों के सह-प्रभारी एवं दिल्ली से विधायक राघव चड्ढा ने कांग्रेस सरकार पर पंजाब से धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की घर-घर रोजगार मुहिम भले ही पंजाब के तीन करोड़ लोगों के लिए झूठी हो लेकिन सत्ताधारी कांग्रेस के नेताओं के लिए यह किसी सुनहरे मौके की तरह है, क्योंकि कांग्रेस की कैप्टन सरकार की तरह अब चन्नी सरकार ने भी अपने नेताओं के जमाई और बेटे-बेटियों को सरकारी नियुक्ति देनी शुरू कर दी है. राघव चड्ढा ने कहा कि ताजा मामला उप-मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के जमाई तरुणबीर सिंह लहल को पंजाब गृह मंत्रालय में नियुक्ति देने का है.
कांग्रेस सरकार ने सोमवार को तरुणबीर सिंह लहल को एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद पर नियुक्ति दी.राघव चड्ढा ने कहा कि पंजाब के लोगों के हित के बारे में सोचने का ड्रामा करने वाले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार को अपने जमाई को यह नियुक्ति देने से पहले पंजाब के लाखों बेरोजगारों की याद क्यों नहीं आई? उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी ने अपने इस कारनामे से स्पष्ट कर दिया है कि वह भी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की राह पर चल रहे हैं.स्पष्ट है कि कैप्टन और चन्नी हमजोली हैं, अंतर है तो केवल यह कि चन्नी ड्रामेबाजी में कैप्टन अमरिंदर सिंह से एक कदम आगे निकल गए हैं.
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राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस सरकार घर-घर नौकरी का वादा तो पूरा कर रही है लेकिन इसे अपने मंत्रियों और विधायकों के लिए थोड़ा मोडीफाई करके पूरा किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग कांग्रेस की पंजाब से की गई और की जा रही धोखाधड़ी से अच्छे से वाकिफ हैं. पंजाब के लाखों बेरोजगार कांग्रेस सरकार से सवाल कर रहे हैं कि जो डिग्रियां और अनुभव उनके पास है, वह भी पंजाब और पंजाब के कॉलेज व विश्वविद्यालयों से हासिल की हैं, लेकिन तरुणबीर सिंह लहल ने किस मैरिट सूची में टॉप किया है, उन्हें भी बताया जाए.
- कांग्रेस को अब उप-मुख्यमंत्री के जमाई की आई याद
- CM चन्नी लाखों बेरोजगारों को भूलकर कैप्टन की राह पर
- चन्नी ड्रामेबाजी में कैप्टन अमरिंदर सिंह से एक कदम आगे निकल गए