पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में जारी अंतर्कलह की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं. प्रदेश में कांग्रेस इस समय दो खेमों में बंटी हुई है. एक खेमा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर (CM Captain Amarinder Singh) के साथ है तो दूसरा खेमा पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) को अपना नेता मानता है. वहीं इसी बीच अमृतसर में विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के ‘लापता’ होने का पोस्टर (Navjot Singh Sidhu Missing Poster) चिपका दिए गए हैं. ये पोस्टर एक एनजीओ की एक से लगाए गए हैं. एनजीओ का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू काफी दिनों से अपनी विधानसभा क्षेत्र में दिखाई नहीं दिए हैं, इस कारण से ये पोस्टर लगाए गए हैं.
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पोस्टर जौड़ा फाटक के नजदीक स्थित रसूलपुर कलर में शहीद बाबा दीप सिंह जी सेवा सोसायटी के अध्यक्ष अनिल वशिष्ट और उसके सदस्यों द्वारा लगाए गए हैं. उनका कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा क्षेत्र में नहीं आते हैं. इसलिए लोग उन्हें तलाश रहे हैं, ताकि वे अपने वादे पूरे करें. नवजोत सिंह सिद्धू ने जौड़ा फाटक रेल हादसे के बाद रसूलपुर कलर क्षेत्र को गोद लेने की बात कही थी. इस क्षेत्र से संबंधित लोग ही रेल हादसे में मारे गए थे. उनके बच्चों को आसरा देने का सिद्धू ने वादा किया था. लेकिन अफसोस है कि सिद्धू ने इन परिवारों की कभी कोई मदद नहीं की.
अनिल वशिष्ट के मुताबिक नवजोत सिंह सिद्धू कुर्सी के लड़ाई में ये भूल गए हैं कि वह विधायक भी हैं और चुनावों से पहले उन्होंने लोगों से बड़े-बड़े वादे किए थे. उन्होंने कहा कि आज लोग विकास के लिए तरस गए हैं और लोग उन्हें ढूंढ रहे हैं, लेकिन काफी देर से नवजोत सिंह सिद्धू अपने क्षेत्र में आए ही नहीं हैं. उन्होंने कहा कि इस समय विकास की जरूरत है इसलिए उनके गुमशुदगी के पोस्टर लगाए गए हैं. एनजीओ ने ऐलान किया है कि जो भी सिद्धू को ढूंढ कर उन्हें अपने क्षेत्र में लाएगा उसे 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा.
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यह पहली बार नहीं है, जब सिद्धू के लापता होने का पोस्टर उनकी विधानसभा में देखा गया है. दो साल पहले, जुलाई 2019 में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के एक नेता ने पूरे अमृतसर में उनके ‘लापता’ होने का पोस्टर लगाया था और उसमें लिखा गया था कि जो भी विधायक पता लगाएगा, उसे 2,100 रुपए और पाकिस्तान की एक यात्रा इनाम के तौर पर मिलेगी. वहीं 2009 में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिद्धू के ‘लापता’ होने का पोस्टर लगाया था, तब वो बीजेपी से सांसद थे.
HIGHLIGHTS
- एक एनजीओ ने लगाए हैं सिद्धू के लापता वाले पोस्टर
- कुर्सी के लड़ाई में अपने वादे भूल गए सिद्धू- एनजीओ
- इससे पहले भी लग चुके हैं इस तरह के पोस्टर