पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. जहां पंजाब में कांग्रेस दोबारा सत्ता में आने के लिए किए गए वादों को गिना रही है तो वहीं शिरोमणि अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी जमीनी स्तर पर तैयारी कर रही है. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot singh Sidhu) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि संगठित हुई शक्ति जीत का कारण बनती है. पिछला विधानसभा सेशन इस बात का उदाहरण है. हमारा गोल सिर्फ इतना ही है कि सरकार बनानी है, सत्ता हासिल करनी है. पंजाब ऐसे स्टेज पर खड़ा है कि सबसे कर्जे वाला राज्य है.
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नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे कहा कि अगर राज्य को आगे बढ़ाना है तो आत्मनिर्भर बनना होगा. कर्जा लेकर वेलफेयर स्कीम को आगे बढ़ाया जा रहा है, पिछले 25 सालों से ऐसा ही चल रहा है. उन्होंने कहा कि जल्दी से संगठन का विस्तार कर दिया जाएगा और आने वाले दिनों में कांग्रेस क्या है यह भी बताई जाएगी.
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि जो सरकार काम कर रही है इससे ही विरोधी चिढ़े हुए हैं. जो अनाउसमेंट सरकार की ओर से की जा रही है वह अगले पांच साल के लिए है. कृषि कानून को रद्द करने की बात हो रही और वो हो भी जाएंगे, लेकिन किसानों की बेहतरी के लिए कोई भी बात नहीं कर रहा है.
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सिद्धू ने कहा कि 2013 में अकाली दल कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग लेकर आए थे. तीनों कृषि कानून पंजाब में लागू नहीं होंगे. पंजाब विधानसभा में जो वीडियो सेंड की गई थी ना उस पर कहा कि सारा पंजाब देख रहा है कि विधानसभा में क्या हो रहा है. विपक्ष ने शासन चलाने की मांग रखी. हमने मांग मानी, लेकिन जो कुछ हाउस में हुआ, नहीं होना चाहिए था.