पंजाब कांग्रेस और कांग्रेस आलाकमान के लिए शुक्रवार काफी राहत लेकर आई. नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पंजाब में ‘कांग्रेस के कैप्टन’ बने रहेंगे. सिद्धू ने शुक्रवार रात राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की. इस दौरान पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat) भी उनके साथ थे. सिद्दू ने राहुल गांधी से मुलाकात के बाद आधिकारिक तौर पर अपना इस्तीफा वापस लेने को तैयार हो गये है. इसके साथ ही पंजाब कांग्रेस का संकट टल गया और आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पूरी टीम के साथ सक्रिय होगी.
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा, "उन्होंने (सिद्धू) राहुल गांधी के साथ अपनी चिंताओं को साझा किया. हमने उनसे कहा है कि यहां उनकी चिंताओं का ध्यान रखा जाएगा. उन्होंने राहुल गांधी को आश्वासन दिया कि उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है और वह पीसीसी अध्यक्ष के रूप में अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू करेंगे."
स्तीफे की घोषणा के बाद सिद्धू ने पहली बार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है. सूत्रों के मुताबिक बृहस्पतिवार को 24 अकबर रोड़ (कांग्रेस मुख्यालय) पर करीब सवा घंटे तक चली बैठक में पंजाब सरकार और संगठन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई थी तथा सहमति बनाने का प्रयास हुआ था, ताकि चुनाव से पहले पूरी पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतर सके.
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हरीश रावत पंजाब के एआईसीसी प्रभारी हैं. नवजोत सिंह सिद्दू प्रकरण में वह शुरू से ही सक्रिय रहे हैं. सिद्दू के आधिकारिक तौर पर इस्तीफा वापस लेने की घोषणा के बाद कांग्रेस आलाकमान भले ही राहत की सांस ली हो, लेकिन अभी कैप्टन, चन्नी और सिद्दू की आपसी टकराहट कम नहीं होगी.