पंजाब में आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए दो उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं. पद्मश्री संत बलबीर सिंह सिंचवाल और विक्रमजीत सिंह साहनी के नाम पर मुहर लगी है. संत बलबीर सिंह सिंचवाल नदियों में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए जाने चाहते हैं. बाबा सिंचवाल ECO बाबा के नाम से भी मशहूर हैं. उनको सुल्तानपुर लोधी में 160 किलोमीटर लंबी काली बेन नदी की सफाई का श्रेय दिया जाता है. अकेले 2007 में काली बेन नदी की सफाई शुरू की थी. जालंधर के किसान परिवार में जन्मे बाबा सिंचवाल कई सालों से नदियों में बढ़ते प्रदूषण को रोकने की मुहिम चला रहे हैं. 2017 में बाबा सिंचवाल को महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया था.
वहीं, समाजसेवी विक्रमजीत सिंह साहनी ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वे कई सालों से समाज कल्याण के कार्यों से जुड़े रहे. विक्रमजीत साहनी को मॉरीशस के राष्ट्रपति अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं. उन्होंने विश्व पंजाबी संसदीय मंच का गठन कर विश्व भर में पंजाबी संस्कृति का प्रचार किया है.उन्होंने 'बोले सो निहाल', 'गुरु मान्यो ग्रंथ' और 'सरबंसदानी' जैसे कई कार्यक्रम कराए. हजारों पंजाबी छात्रों के लिए स्कॉलरशिप मुहैया कराई.
वर्ल्ड पंजाबी आर्गेनाइजेशन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रहते हुए विक्रमजीत सिंह साहनी ने 22 से ज्यादा देशों में पंजाब के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्ते बढ़ाने में अहम योगदान दिया है. उन्होंने 500 से अधिक अफगान हिंदुओं और सिखों के पुनर्वास की जिम्मेदारी ली. कोविड-19 के समय विक्रमजीत साहनी ने पंजाब के गांवों में कोविड-19 टेस्टिंग क्लीनिक, एंबुलेंस और दो हजार से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर की मदद मुहैया कराई थी.
Source : News Nation Bureau