पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (captain amrinder singh) ने बृहस्पतिवार को कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को चिन्हित स्थानों पर 21 दिनों के लिये पृथक-वास में भेजा जायेगा. जिले के उपायुक्तों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने पृथक-वास के उद्देश्य से सरपंचों को गांवों में स्कूल एवं अन्य इमारतों की पहचान करने का निर्देश दिया .
मुख्यमंत्री ने पंचों एवं पंचायतों से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये गांव स्तर पर निगरानी बढ़ाने की अपील की . उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को 21 दिन के पृथक-वास अवधि को पूरा किये बगैर घर जाने की अनुमति नहीं दी जायेगी.
इसे भी पढ़ें:इन 7 राज्यों ने बसों से लोगों को घर भेजने का किया विरोध, कहा- इस प्रक्रिया में कई महीने लगेंगे, इसलिए ट्रेन चलाएं
चूंकि, संक्रमण के लक्षण आम तौर पर कुछ समय बाद दिखते हैं . मुख्यमंत्री ने सलाह दी कि जिन लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होती है और जिनमें नहीं होती है, उन्हें अलग अलग इमारतों में पृथक-वास में रखा जाये.
और पढ़ें:गहलोत ने प्रवासियों के आवागमन के लिए विशेष ट्रेन चलाने की मांग दोहराई
एक आधिकारिक बयान के अनुसार पिछले चार दिन में 3525 श्रद्धालु नांदेड़ से और 153 छात्र कोटा से वापस आये हैं . बयान में कहा गया है कि फाजिल्का से सटे राजस्थान सीमा पर 3085 श्रमिक आये हैं . इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान दी जाने वाली छूट के बारे में भी चर्चा की .
Source : Bhasha