चुनावी साल के पहले दिन पीएम मोदी ने धमाकेदार इंटरव्यू देकर यह संदेश दे दिया था वो चुनाव में जाने के लिए पूरी तरह तैयार है. लेकिन आज उन्होंने पंजाब के दो शहरों जालंधर और गुरदासपुर में कई कार्यक्रमों के जरिए कांग्रेस पर जिस तरह से हमला बोला उससे साफ लगा रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से रणनीतिक लड़ाई लड़ने उतर चुके हैं. पीएम मोदी ने कांग्रेस पर सिख दंगों के आरोपी को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका इतिहास ही हत्याओं का रहा है. सज्जन कुमार की फाइलें जान बूझकर उनकी फाइले दबा दी गईं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला. यहां पढ़िए पंजाब में उनके भाषण की बड़ी बातें
1. एक परिवार के इशारे पर जिन आरोपियों को सज्जन बताकर उनकी फाइलें दबा दी गई थी, उनको एनडीए की सरकार ने बाहर निकालकर दोषियों को सजा दिलवाई: पीएम मोदी
2. कांग्रेस का इतिहास हत्याओं से जुड़ा है, सिख दंगों में शामिल लोगों को कांग्रेस ने सीएम बनाया हैं: पीएम मोदी
3. जैसे कांग्रेस ने देश को दशकों तक गरीबी हटाओ के नारे के साथ ठगा, वो अब देश को कर्जमाफी के नाम पर ठग रही है: पीएम मोदी
4. एनडीए की सरकार विकास की पंचधारा, जन-जन की सुनवाई के साथ ही बच्चों को पढ़ाई, युवा को कमाई, बुज़ुर्गों को दवाई, किसान को सिंचाई के लिए काम कर रही है: पीएम मोदी
5. किसानों का सशक्तिकरण ही NDA सरकार का रास्ता है और यही हमारा लक्ष्य है: पीएम मोदी
2014 में एनडीए को नहीं हुआ था फायदा
पंजाब में कुल 13 लोकसभा सीटें हैं. 2014 के चुनाव में बीजेपी-अकाली गठबंधन को 6 सीटों पर जीत मिली थी. पंजाब में अकाली दल 10 सीटों पर और बीजेपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. अकाली दल को 4 सीटों पर तो बीजेपी को 2 पर विजयश्री मिली थी. गुरदासपुर सीट पर अभिनेता विनोद खन्ना के निधन से उपचुनाव में इस सीट पर भी कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था.
प्रधानमंत्री का कार्यक्रम
प्रधानमंत्री विशेष विमान से पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन उतरे और वहां से हेलीकॉप्टर से गुरदासपुर पहुंचे. पुडा ग्राउंड में रैली के बाद वह जालंधर के फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में 106वीं राष्ट्रीय साइंस कांग्रेस का उद्घाटन किया. एलपीयू के गेट पर विवि के छात्रों द्वारा तैयार किया गया 55 फीट का रोबोट ने उनकी अगुवानी की
गुरुदासपुर जाने वाले तीसरे प्रधानमंत्री
अगस्त 1947 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू गुरदासपुर के गांव पनियाड़ आए थे. तब भारत-पाक बंटवारे के कारण इस गांव में रिफ्यूजी कैंप बनाया गया था. यहां से पाकिस्तान जाने वाले लोगों को कड़ी सुरक्षा में भेजा जा रहा था. 37 साल बाद 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी गुरदासपुर के सरकारी कॉलेज में पहुंची थीं.
Source : News Nation Bureau