प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में हुई चूक पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान और सांसद भगवंत मान ने हैरानी जताई और इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया. बुधवार को मान ने पार्टी मुख्यालय से जारी बयान में इस घटना के लिए पंजाब की कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया और ट्वीट कर कहा, "पंजाब के हर एक व्यक्ति की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पंजाब सरकार की है. भले ही कितने भी राजनीतिक मतभेद हो, लेकिन प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक बेहद चिंताजनक है."
मान ने पंजाब सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब सरकार को पता था कि प्रधानमंत्री की रैली का विरोध किया जा रहा है तो उस रूट में पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं किए गए? मान ने चन्नी सरकार को बेहद अस्थिर व कमजोर सरकार बताया और कहा कि कमजोर सरकार होने की वजह से ही पंजाब में आजकल ब्लास्ट और बेअदबी की घटनाएं हो रही है. कांग्रेस की आपसी कलह की वजह से पंजाब की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा चुकी है और इसका खामियाजा पंजाब के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. कांग्रेस सरकार पंजाब और पंजाब के लोगों की सुरक्षा करने में पूरी तरह फेल साबित हुई है. यह घटना स्पष्ट तौर पर सरकार की सिक्योरिटी और इंटेलिजेंस फेलियर है.
मान ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की नाकामी की वजह से पंजाब का नाम पूरे देश में खराब हुआ है. आज पूरे देश में पंजाब की सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसी घटनाओं से राज्य की छवि खराब होती है, लेकिन कुर्सी के लिए आपस में लड़ रहे कांग्रेस नेताओं को पंजाब की छवि और प्रतिष्ठा से कोई मतलब नहीं है.
मान ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य के गृह मंत्री पर पैसा लेकर पुलिस अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग के आरोप पर लगे हैं और डीजीपी तीन महीने में तीसरी बार बदलने वाले हैं. खुद मुख्यमंत्री पर माफिया से मिले होने के आरोप है. ऐसी सरकार से अच्छी शासन व्यवस्था और लोगों की सुरक्षा की उम्मीद करना व्यर्थ है. सत्ता में बैठकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का धंधा चलाने वाली पार्टी कभी भी पंजाब की सुरक्षा नहीं कर सकती.
Source : News Nation Bureau