पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) ने सितंबर 2023 को समाप्त अवधि के लिए 564.76 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज करते हुए एक शानदार बदलाव हासिल किया है. यह पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि के दौरान हुए 1,880.25 करोड़ रुपये के नुकसान के बिल्कुल विपरीत है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने पीएसपीसीएल को बिजली सब्सिडी के समय पर भुगतान को प्राथमिकता दी है. पीएसपीसीएल को मौजूदा वित्तीय वर्ष के सितंबर महीने तक सैकड़ों करोड़ का लाभ हुआ है. इसके कारण 12,342 करोड़ रुपये का नकदी प्रवाह हुआ, जिससे निगम को बहुत जरूरी फाइनैंशियल राहत मिली.
पीएसपीसीएल के 564.76 करोड़ रुपये के मुनाफे के लिए पंजाब सरकार की सहायता महत्वपूर्ण थी. बिजली कंपनी में वृद्धि और मूल्य निर्धारण संशोधनों को बढ़ाने में राज्य सरकार की कार्रवाई जरूरी थी.पीएसपीसीएल ने अपने उपभोक्ताओं के लिए स्थिर और किफायती बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए, अपनी बिजली खरीद लागत को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए सक्रिय उपायों की एक श्रृंखला लागू की है. इन उपायों ने बढ़ती ऊर्जा कीमतों के प्रभाव को कम करने और निगम की वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
पीएसपीसीएल ने मौजूदा वित्तीय वर्ष के सितंबर महीने तक की रिपोर्ट प्रकाशित की है. इसमें दर्शाया गया है कि कंपनी को इस दौरान 564.76 करोड़ का लाभ हुआ है. कंपनी की प्रेस रिलीज में बताया गया है कि पिछले साल सितंबर महीने में 1880.25 करोड़ का नुकसान हुआ था.
पीएसपीसीएल ने अपने जलविद्युत संयंत्रों की क्षमता का दोहन किया है और बिजली उत्पादन में 21 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है. इसने अपने स्वयं के पनबिजली संयंत्रों से 21 प्रतिशत अधिक बिजली, बीबीएमबी पनबिजली संयंत्रों से 14 प्रतिशत अधिक बिजली और अन्य राज्यों के साथ 13 प्रतिशत अधिक बिजली बैंकिंग का उत्पादन किया.
इसने अप्रैल से सितंबर 2023 तक अल्पकालिक समझौतों और विनिमय बाजार में व्यापार के माध्यम से बिजली खरीद में 48 प्रतिशत की तेज कमी दर्ज की है.
निजी राजपुरा और तलवंडी साबो थर्मल संयंत्रों में अभी भी आयातित कोयले की एक छोटी मात्रा का उपयोग किया जाता था. इसी अवधि के दौरान एक्सचेंज मार्केट में पीएसपीसीएल की बिजली बिक्री 924 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो अप्रैल से सितंबर 2022 तक दर्ज की गई 293 करोड़ रुपये से उल्लेखनीय वृद्धि है.
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तिमाही परिणाम की प्रमुख बिंदु
• राजपुरा और तलवंडी साबो में पर्सनल थर्मल का कम से कम उपयोग किया गया.
• 2022 में अप्रैल से सितंबर तक 293 करोड़ रुपये के मुकाबले अप्रैल से सितंबर 2023 तक 924 करोड़ रुपये की बिजली की बिक्री हुई.
• ट्रांसमिशन के रिडक्शन और डिसट्रीब्यूशन लॉस में करीब 1फीसदी की कमी.
• 2022-23 के मुकाबले पीएसईआरसी ने 1 जून 2023 तक 8 फीसदी से अधिक टैरिफ में वृद्धि की.
• सितंबर 2023 तक पंजाब सरकार द्वारा 12342 करोड़ रुपये की सब्सिडी का 100फीसदी भुगतान.
• 2022-23 के दौरान अब तक 13742 रु.
• पीएसपीसीएल ने बिजली खरीद लागत को नियंत्रित करने के लिए कई कारगर उपाय किए.
• पछवाड़ा कोयला खदान से सस्ता कोयला मिलने पर लेहरा मोहब्बत और रोपड़ में के थर्मल से 19 फीसदी अधिक उत्पादन.
• अपने पनबिजली संयंत्रों से 21 फीसदी अधिक उत्पादन.
• बीबीएमबी जल विद्युत संयंत्रों से 14फीसदी अधिक उत्पादन.
• अन्य राज्यों के साथ बिजली की 13फीसदी अधिक बैंकिंग.
• अल्पावधि और एक्सचेंज से बिजली खरीद में 48फीसदी की कमी.
• पछवाड़ा कोयला खदान के चालू होने से राज्य के थर्मल प्लांट रोपड़ और लेहरा मोहब्बत में बिना आयात खर्च के कोयले का उपयोग.
Source : News Nation Bureau