Punjab By-Election: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विभिन्न कर्मचारी यूनियनों, बेरोजगार अध्यापक यूनियनों और कच्चे मुलाजिमों की यूनियनों द्वारा प्रदर्शन की धमकी के बाद स्वयं मोर्चा संभाल लिया है. पिछले चार दिनों से मुख्यमंत्री विभिन्न यूनियनों के साथ बैठकें कर रहे हैं ताकि जालंधर पश्चिमी के उपचुनाव में कोई विघ्न न आए. जालंधर-फगवाड़ा के बीच एक मैरिज पैलेस में आयोजित उच्च अधिकारियों के साथ बैठकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यूनियनों की समस्याएं सुनीं और जल्द समाधान का आश्वासन दिया. इस बैठक में मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय और सभी संबंधित विभागों के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और डायरेक्टर भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री का उद्देश्य यूनियनों को शांत करना और उनके मुद्दों का समाधान करना है ताकि चुनाव में कोई बाधा न उत्पन्न हो.
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आम आदमी पार्टी का जोरदार प्रचार
आम आदमी पार्टी ने जालंधर पश्चिमी सीट को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है. पार्टी ने कई मंत्रियों और विधायकों को प्रचार के लिए उतार दिया है. ये नेता घर-घर जाकर सरकार की ओर से दी गई 300 यूनिट नि:शुल्क बिजली, युवाओं को दी जा रही नौकरी और मोहल्ला क्लीनिक जैसी योजनाओं की याद दिला रहे हैं.
जालंधर पश्चिमी सीट की महत्वपूर्णता
सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के लिए जालंधर पश्चिमी सीट को जीतना साख का सवाल बन गया है. हाल ही में संसदीय चुनाव में आम आदमी पार्टी इस सीट पर तीसरे नंबर पर रही थी, जबकि कांग्रेस पहले नंबर पर और भाजपा दूसरे स्थान पर थी. जालंधर में सचखंड बल्लां डेरे का भी काफी प्रभाव है, इसलिए मुख्यमंत्री अपनी पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर के साथ डेराबल्लां भी गए थे.
नाराज कर्मचारियों को मनाने का प्रयास
मुख्यमंत्री नाराज कर्मचारियों को मनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, वहीं उनकी टीम सरकार की ओर से किए जा रहे कामों की याद दिला रही है. मुख्यमंत्री का यह प्रयास दिखाता है कि वह चुनावी मैदान में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.
उपचुनाव की पृष्ठभूमि
जालंधर पश्चिमी सीट पर उपचुनाव आप के विधायक शीतल अंगुराल के भाजपा में शामिल होने के कारण हो रहा है. भाजपा ने शीतल अंगुराल को ही उम्मीदवार बनाया है. इस सीट को लेकर आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ही दल अपनी-अपनी रणनीतियों के तहत काम कर रहे हैं.
उपचुनाव की तैयारियां और चुनौतियां
आपको बता दें कि उपचुनाव में जीत के लिए मुख्यमंत्री जहां नाराज कर्मचारियों को मनाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं उनकी टीम घर-घर जाकर सरकार की योजनाओं का प्रचार कर रही है. आम आदमी पार्टी की इस रणनीति का उद्देश्य यह है कि वह अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों को जनता के सामने लाकर अपनी स्थिति मजबूत कर सके.
HIGHLIGHTS
- AAP के लिए नाक का सवाल बना जालंधर उपचुनाव
- CM मान ने खुद ही संभाली कमान
- यूनियनों से संवाद और समस्याओं का समाधान
Source : News Nation Bureau