पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंजूर कर राज्यपाल को भेज दिया है. इससे पहले 15 जुलाई सोमवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद से इस्तीफा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को भेज दिया था. पांच दिन बाद मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस पर फैसला लिया है. 14 जुलाई को नवजोत सिंह सिद्धू ने एक ट्वीट कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे गए अपने त्यागपत्र की जानकारी दी थी. ट्वीट किए गए इस पत्र में इस्तीफा देने की वजह नहीं बताई गई है. महज दो लाइनों में सिद्धु ने इस्तीफा देने की बात कही है.
सिद्धू के पास पहले स्थानीय स्वशासन विभाग था, मगर उनका विभाग बदलकर उन्हें ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग दे दिया गया. हालांकि बंटवारे के बाद उन्होंने मंत्री पद का कार्यभार ग्रहण नहीं किया था और न ही मीटिंग में शामिल हुए थे. उसके बाद से लगातार सिद्धू को लेकर नाराजगी की अटकलें लगाई जा रही थीं जिनपर विराम लगाते हुए रविवार को उन्होंने खुद अपने इस्तीफे की पेशकश को सार्वजनिक कर दिया.
14 जून को नवजोत सिंह सिद्धू ने जो इस्तीफे की कॉपी शेयर की है, उस पर 10 जून की तारीख पड़ी है. इस्तीफे का लेटरहेड भी सिद्धू के पुराने विभाग का ही है. इसमें पूर्व क्रिकेटर ने कांग्रेस अध्यक्ष को संबोधित करते हुए महज दो लाइनों में लिखा है, 'मैं पंजाब कैबिनेट से मंत्री बतौर अपना इस्तीफा प्रेषित कर रहा हूं.'
Source : Vishal Thakur