पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि यूजीसी के निर्देश की समीक्षा की जाए जिसमें सितम्बर के अंत तक कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में अंतिम परीक्षाएं कराना अनिवार्य किया गया है. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने छह जुलाई को घोषणा की थी कि विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सितम्बर के अंत तक आयोजित कराई जाएं.
उसने देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए जुलाई में होने वाली परीक्षाएं आगे बढ़ाकर सितम्बर में कराने के निर्देश दिए हैं. सिंह ने मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘यूजीसी से 29 अप्रैल 2020 के दिशानिर्देशों को ही लागू करने के लिए कहा जा सकता है, जिसमें इसने स्पष्ट रूप से कहा था कि दिशानिर्देश केवल परामर्श हैं और कोविड-19 महामारी को देखते हुए हर राज्य, विश्वविद्यालय अपनी योजना तैयार कर सकते हैं.’’
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उन्होंने पंजाब सरकार के तीन जुलाई के निर्णय का पालन करने की अनुमति मांगी जिसमें कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया गया था.
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इधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अपील की है कि परीक्षाओं का निर्णय राज्यों को ही लेने दिया जाए. उन्होंने कहा है कि यूजीसी की पहली गाइडलाइन सही थी. कोरोना का कहर हर दिन बढ़ता जा रहा है. ऐसे में सितंबर में परीक्षाएं कराना बहुत मुश्किल लग रहा है. इसलिए यूजीसी को तत्काल अपने निर्णय पर विचार करने की आवश्यकता है.
Source : Bhasha