PM Narendra Modi Security Breach: राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बाद अब पंजाब सरकार हरकत में आयी है. पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर मचे विवाद के बीच चन्नी सरकार ने पहला कदम उठाया है. ताजा जानकारी यह है कि पुलिस ने इस मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. फिरोजपुर जिले के कुलगढ़ी पुलिस थाने में यह FIR दर्ज की गई है. थाना कुलगढ़ी में दर्ज इस मामले में मोगा-फिरोजपुर रोड पर प्यारेआणा फ्लाईओवर पर जाम लगाने वालों को आरोपी बनाया गया है. बताया जा रहा है कि PM की सुरक्षा बड़ा मुद्दा बनने के बाद पंजाब सरकार इन्हें जल्द गिरफ्तार कर सकती है. इसको लेकर किसान संगठनों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पंजाब सरकार ने गृहमंत्रालय को बताया है कि इस मामले में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन सभी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 283 (लोक मार्ग या पथ-प्रदर्शन मार्ग में संकट, बाधा या क्षति उत्पन्न करना) के तहत केस दर्ज किया गया है. बता दें कि इसके तहत दोषी पीए जाने पर दौ सौ रुपए तक का आर्थिक दंड लगाया जा सकता है. यह एक जमानती धारा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई चूक मामले में शुक्रवार को बठिंडा के एसएसपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गृह मंत्रालय ने एसएसपी से एक दिन भीतर जवाब मांगा है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में ''गंभीर चूक'' की जांच कर रहा केंद्र का एक दल शुक्रवार को फिरोजपुर पहुंचा और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की. तीन सदस्यीय केंद्रीय दल ने कोहरे के बीच फिरोजपुर के पास प्याराना फ्लाईओवर का दौरा किया और पंजाब पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बातचीत की. समिति का नेतृत्व सचिव (सुरक्षा), कैबिनेट सचिवालय सुधीर कुमार सक्सेना कर रहे हैं और इसके दो अन्य सदस्यों में गुप्तचर ब्यूरो के संयुक्त निदेशक बलबीर सिंह और विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के आईजी एस सुरेश शामिल हैं. केंद्र ने समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
दल ने मामले में पूछताछ और जांच के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सेक्टर मुख्यालय जाने से पहले फ्लाईओवर पर करीब 45 मिनट बिताये. फिरोजपुर में बीएसएफ मुख्यालय में केंद्रीय दल ने वरिष्ठ सिविल और पुलिस अधिकारियों से बात की, जो प्रधानमंत्री के काफिले के सुचारू रूप से गुजरने और उसकी पुख्ता सुरक्षा के लिए प्रत्यक्ष तौर पर जिम्मेदार थे. बीएसएफ मुख्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग पांच पर स्थित उस स्थान से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां मोदी का काफिला फंसा रहा था.
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय दल ने फिरोजपुर में प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए तैनात अधिकारियों समेत कई वरिष्ठ पुलिस और सिविल अधिकारियों को सम्मन भेजकर शुक्रवार को उनके समक्ष पेश होने के लिए कहा था. इन अधिकारियों में से अधिकतर पेश हुए.
इस बीच, पंजाब के मुख्य सचिव अनिरुद्ध तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर हुई चूक की घटना के संबंध में केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा, जिसमें सूचित किया गया कि घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने साथ ही यह भी उल्लेख किया कि राज्य सरकार ने कथित खामियों की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति का गठन किया है. राज्य के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि तिवारी ने बुधवार को प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान हुए घटनाक्रम की सिलसिलेवार जानकारी साझा की है.