पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Punjab Chief minister Amarinder Sing) ने ट्वीट कर 2 साल के फतेहवीर (2 Year old child Fatehveer Singh) के मौत पर दुख जताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में कहा है कि वो वाहेगुरू (भगवान) से प्रार्थना करते हैं कि फतेहवीर के परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति मिले. इसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट में आगे कहा है कि आगे इस तरह की घटनाएं न हों इसके लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे. बता दें आज ही सुबह 5 बजे फतेहवीर का रेस्क्यू करके उसे चंडीगढ़ पीजीआई ले जाया गया था. अस्पताल में ही फतेहवीर की मौत हो गई.
Very sad to hear about the tragic death of young Fatehveer. I pray that Waheguru grants his family the strength to bear this huge loss. Have sought reports from all DCs regarding any open bore well so that such terrible accidents can be prevented in the future.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) June 11, 2019
लेकिन मासूम फतेहवीर की मौत के बाद संगरूर के लोकल लोग काफी गुस्से मे हैं और प्रशासन की लापरवाही के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
#Punjab: Locals in Sangrur protest against the state government over death of two-year-old Fatehveer Singh who fell into a 150-foot-borewell on June 6. pic.twitter.com/8QSdOJHxaF
— ANI (@ANI) June 11, 2019
बता दें 6 जून को घर के सामने ही खेतों में खेलते समय 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे फतेहवीर सिंह को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन 5 दिन के बाद आखिरकार सफल हुआ था लेकिन आज अस्पताल में उसकी मौत हो गई. गरुवार 6 जून की शाम करीब चार बजे खेलने के दौरान वह इस्तेमाल न किए जा रहे बोरवेल में गिर गया था. मासूम बच्चे को निकालने के लिए सेना (Indian Army) और एनडीआरएफ (NDR) की टीमें जुटी हुई थीं.
फतेहवीर को बाहर निकालने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था. फतेहवीर सिंह के बोरवेल में फंसे होने की सूचना मिलते ही सेना-एनडीआरएफ की टीमें उसे बचाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए थी. बचावकर्मियों की कड़ी मशक्त के बाद सोमवार को आखिरकार सफलता मिली. बच्चे को आज बोरवेल के समानांतर खोदी गई टनल की मदद से बाहर निकाल लिया गया. वहीं किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टरों और एंबुलेंस की टीमें पहले से मौके पर मौजूद थी.
#WATCH Punjab: Two-year-old Fatehveer Singh, who had fallen into a borewell in Sangrur, rescued after almost 109-hour long rescue operation. He has been taken to a hospital. pic.twitter.com/VH6xSZ4rPV
— ANI (@ANI) June 11, 2019
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इसी बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह साढ़े पांचवें दिन शाम करीब 6 बजे पहुंचे. इससे पहले दोपहर में सीएम ने भी ट्वीट कर पूरे मामले पर नजर होने की बात लिखी.
Constantly monitoring the rescue operations by @NDRFHQ, local administration & outside experts, which has reached the required depth & are locating Fatehveer. @VijayIndrSingla & Sangrur DC are overseeing the rescue ops. We stand with his family & pray for his well being.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) June 10, 2019
फतेहवीर, सुखविंदर की इकलौती संतान है. सुखविंदर सिंह और गगनदीप कौर की शादी करीब 7 साल पहले हुई थी. पांच साल की मन्नतों के बाद उन्हे फतेहवीर सिंह हुआ था. 10 जून को 2 साल का हो जाएगा. गुरुवार 6 जून की शाम करीब पौने 4 बजे फतेहवीर खेलते-खेलते पास ही स्थित 9 इंच चौड़े और 150 फीट गहरे बोरवेल में खेलते-खेलते जा गिरा था. मां गगनदीप कौर की नजर उस पर पड़ गई थी और उसने बच्चे को पकड़ने की कोशिश भी की, लेकिन पाइप पर ढके प्लास्टिक के जिस कट्टे पर बच्चे का पैर पड़ा था, उसका महज एक छोटा सा टुकड़ा ही गगनदीप कौर के हाथ में आया.यह भी पढ़ें: जम्मू- कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान ने किया सीजफायर का उल्लंघन, भारतीय सेना का एक जवान शहीद
आसपास के इलाके के हजारों लोग और प्रशासन फतेहवीर की जान को बचाने में पूरी ताकत झोंक दी थी. भीषण गर्मी के बीच लोग पूरी तरह से बच्चे को बचाने में जी जान से जुटे थे. फतेहवीर सिंह के सुरक्षित बाहर निकालने को लेकर इलाके में दुआएं मांगने, प्रार्थना और अरदास करने का सिलसिला लगातार जारी है. लोग, गुरुद्वारा साहिब, मंदिरों में पूजा अर्चना करके फतेहवीर के लिए दुआएं मांग रहे थे.HIGHLIGHTS
- 150 फीट गहरे बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे फतेहवीर सिंह की हुई मौत.
- फतेहवीर को ले जाया गया है हास्पिटल.
- प्रशासन फतेहवीर की जान को बचाने में पूरी ताकत झोंक दी थी.