पंजाब में कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की ताजपोशी को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है. सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस का प्रधान बनाए जाने को लेकर पंजाब कांग्रेस ( Punjab Congress ) दो खेमों में बंटी नजर आ रही है, वहीं कांग्रेस नेतृत्व में भी इस मसले को लेकर बैठकों का दौर जारी है, लेकिन मसला है कि सुलझने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab CM Captain Amarinder Singh) के इस्तीफे को लेकर उड़ रही खबरों के बीच बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, पंजाब के सीएम के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल (Media Advisor to Punjab CM) ने इन खबरों को कोरा झूठ बताया है. उन्होंने कहा कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मीडिया रिपोर्ट्स निराधार हैं. उन्होंने न तो इस्तीफा दिया है और न ही ऐसा करने की पेशकश की है. उन्होंने कहा कि वह 2022 के विधानसभा चुनावों में पंजाब कांग्रेस को जीत दिलाएंगे जैसा कि उन्होंने 2017 में किया था.
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Media reports of Punjab CM Captain Amarinder Singh resigning are humbug. He has neither quit nor offered to do so. He’ll lead Punjab Congress to victory in 2022 Assembly polls as he did in 2017: Raveen Thukral, Media Advisor to Punjab CM pic.twitter.com/23Sv2FY098
— ANI (@ANI) July 15, 2021
आपको बता दें कि पंजाब कांग्रेस को अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू के के रूप में नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने की संभावना है. सिद्धू के साथ ही प्रदेश में दो अन्य कार्यकारी अध्यक्ष होने की भी उम्मीद है. कांग्रेस एक दलित और एक उच्च वर्ग से संबंध रखने वाले हिंदू को कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने के विचार पर काम कर रही है. कार्यकारी अध्यक्ष के लिए राज कुमार वेरका और संतोख चौधरी के नामों पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि दोनों दलित हैं और अकाली दल-बसपा गठबंधन के प्रभाव का मुकाबला कर सकते हैं.
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हिंदू समुदाय से एक कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का उद्देश्य समीकरण को अच्छे से संतुलित करना हो सकता है और इस दिशा में काम करते हुए पार्टी विजय इंदर सिंगला को एक और कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर सकती है. इतना ही नहीं, पार्टी चुनाव से पहले राज्य में मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और राज्य में दलित समुदाय को अधिक प्रतिनिधित्व देने पर विचार कर रही है. पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि इसमें कुछ समय लग सकता है, लेकिन राज्य में समीकरण को संतुलित करने के लिए पार्टी सिद्धू को एक प्रमुख पद पर नियुक्त करने के फामूर्ले पर काम कर रही है, जबकि अमरिंदर सिंह पहले ही कह चुके हैं कि वह आलाकमान का जो भी फैसला होगा, उसका पालन करेंगे.
HIGHLIGHTS
- पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सिद्धू की ताजपोशी को लेकर सियासी घमासान
- कांग्रेस नेतृत्व में भी इस मसले को लेकर बैठकों का दौर जारी है
- पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे की मीडिया रिपोर्ट्स निराधार