पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुटी हैं. कांग्रेस (Congress) ने पंजाब में दोबारा सत्ता में आने के लिए दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया है तो वहीं शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी (BJP) जमीनी स्तर पर तैयारी कर रही है. इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि मैं गरीब हूं, कमजोर नहीं हूं अर्थात् मैं गरीब परिवार से हूं, लेकिन कमजोर नहीं हूं.
सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने रूपनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं गरीब हो सकता हूं, लेकिन कमजोर नहीं हूं. मैं पंजाब के मुद्दों को हल करूंगा कि पंजाब के हर घर में लोग कहेंगे "घर घर दे विच चली गल, चन्नी करदा मसल (मुद्दे) हल (समाधान)". नशीली दवाओं सहित सभी मुद्दों का समाधान करूंगा.
I can be poor but I am not weak. I will solve Punjab's issues that people in every house of Punjab will say "Ghar ghar de vich chali gal, Channi karda masle (issues) hal (solve)". I will solve all issues including sacrilege, drug: Punjab CM Charanjit Singh Channi in Rupnagar pic.twitter.com/DLqG7UijaY
— ANI (@ANI) November 6, 2021
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी अभी भी पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह चन्नी के बीच के मुद्दों को सुलझा नहीं पाई है, क्योंकि सिद्धू ने राज्य अध्यक्ष के रूप में अपना काम फिर से शुरू करने के लिए एक और शर्त रखी है. सिद्धू नए महाधिवक्ता की नियुक्ति पर जोर दे रहे हैं.
इस मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान के दखल देने के बाद सिद्धू ने अब अपना इस्तीफा वापस ले लिया है, लेकिन काम शुरू नहीं किया है. उन्होंने कहा कि जिस दिन नया महाधिवक्ता नियुक्त किया जाएगा और नए डीजीपी पर पैनल प्राप्त होगा, वह कार्यालय में काम फिर से शुरू करेंगे.
उनकी घोषणा एडवोकेट जनरल ए.पी.एस. देओल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और पंजाब सरकार ने पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति के लिए संघ लोक सेवा आयोग को 10 नामों की सूची भेजी है. सिद्धू ने कहा, जब आप सच्चाई के रास्ते पर होते हैं तो पोस्ट मायने नहीं रखते. 19 जुलाई को राज्य प्रमुख नियुक्त किए गए, सिद्धू ने चरणजीत चन्नी के नेतृत्व वाली नई सरकार में मंत्रियों को विभागों के आवंटन के कुछ मिनट बाद पार्टी प्रमुख के रूप में इस्तीफा दे दिया, जो अमरिंदर सिंह के बाद मुख्यमंत्री बने.