पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और सूबे की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के अंदर कलह दिनों दिन बढ़ती जा रही है. कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की गुटबाजी से पार्टी की मुश्किलें बढ़ी हैं. दोनों के बीच की खींचतान पोस्टर वॉर तक पहुंच चुकी है और अब कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पंजाब के पूर्व कांग्रेस प्रधान प्रताप सिंह बाजवा भी इस जंग में कूद गए हैं. जहां पिछले दिनों कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के उनके समर्थकों द्वारा पोस्टर लगाए गए थे. अब उसके बाद प्रताप सिंह बाजवा के भी पोस्टर फरीदकोट में लगाए गए हैं.
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फरीदकोट में जगह जगह इन पोस्टर को लगाया गया है, जिनमें कई अलग अलग संदेश लिखे गए हैं. पोस्टरों में लिखा गया है, 'कांग्रेस पार्टी का यही मान- टकसाली कांग्रेस हमारी शान, टकसाली कांग्रेस वर्कर सम्मान मांगते हैं, नौजवान और नशों की बात- लफड़ा होवेगा अब.' इन पोस्टरों को प्रताप सिंह बाजवा की ओर से लगाया गया है.
पोस्टर में बाजवा के अलावा रोबिनदीप सिंह भुल्लर, रेशम सिंह जग्गा चहल, जगदीश कुमार जग्गा और डीसर सूरगुरी की तस्वीर लगाई गई है. लेकिन अहम बात यह है कि इस पोस्टर में सोनिया गांधी और राहुल गांधी के फोटो तो लगे हैं, मगर कैप्टन अमरिंदर या नवजोत सिंह सिद्धू में से किसी की भी तस्वीर नहीं लगाई है.
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गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच खींचतान बयानबाजी के बाद उनके पोस्टरों से जाहिर है. विवाद को खत्म करने के लिए कांग्रेस आलाकमान की दखल के बाद प्रताप सिंह बाजवा के पोस्टरों ने पार्टी की अंदरुनी कलह में आग में घी डालने का काम किया है. फरीदकोट में पोस्टर लगाकर बाजवा ने अलग मोर्चा खोल दिया है. इन पोस्टरों के माध्यम से कहीं न कहीं अपनी ही सरकार पर निशाना साधा गया है.
HIGHLIGHTS
- पंजाब में चुनाव से पहले मुश्किल में कांग्रेस
- कांग्रेस के अंदर अंदरुनी कलह और बढ़ी
- कैप्टन-सिद्धू के बाद बाजवा ने खोला मोर्च