पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में जबरदस्त संग्राम छिड़ा हुआ है. पंजाब कांग्रेस के अंदर शुरू हुई कलह दिल्ली तक पहुंच चुकी है. नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सुलह करवाने के लिए पार्टी आलाकमान तक को बीच में आना पड़ा. नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन के खिलाफ मोर्च खोला हुआ है. पंजाब कांग्रेस अंदर ही अंदर दो गुटों में बंट चुका है. इसी विवाद के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की. सिद्धू ने इस मुलाकात की तस्वीर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा, 'प्रियंका गांधी वाड्रा जी के साथ लंबी बैठक हुई.'
Had a long meeting with @priyankagandhi Ji 🙏🏼 pic.twitter.com/Wd4FYXFrhr
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) June 30, 2021
वहीं बीते दिन मंगलवार को खबर सामने आई थी कि नवजोत सिंह सिद्धू, राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि राहुल गांधी ने साफ कहा कि आज के लिए कोई बैठक निर्धारित नहीं है. उन्होंने कहा, "कोई मुलाकात नहीं." हालांकि सिद्धू की ओर से अभी कोई बयान नहीं आया है. उम्मीद की जा रही थी कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ चल रही तनातनी पर राहुल पूर्व क्रिकेटर को शांति का फॉर्मूला देंगे, लेकिन कोई मुलाकात नहीं हुई.
पिछले हफ्ते पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़, वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल, सांसद प्रताप सिंह बाजवा और मनीष तिवारी ने राहुल गांधी से मुलाकात की थी और उन्हें राज्य कांग्रेस में बढ़ती अंदरूनी कलह के बाद की स्थिति से अवगत कराया था.
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बैठक के बाद सुनील जाखड़ ने कहा था, "उम्मीद है कि मौजूदा स्थिति का समाधान हो जाएगा और कुछ गलत लोग विधायकों के परिजनों को नौकरी देने के फैसले पर मुख्यमंत्री को सलाह दे रहे हैं."
उन्होंने कहा था कि सिद्धू के मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व चर्चा कर रहा है, जबकि पंजाब के सीएम के एक और धुरंधर प्रताप सिंह बाजवा ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की और कहा कि उन्होंने राज्य में जमीनी हकीकत और वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की.