Punjab News: मार्च के माह में बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है. इस नुकसान के कारण अपनी मांगों को लेकर किसान सड़क पर उतर आए हैं. केंद्र और पंजाब सरकार के खिलाफ गुस्साए किसानों ने गुरदासपुर के बाटला में प्रदर्शन किया. इसके साथ रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के बैनर तले किसानों ने इस दौरान दोनों सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों की मांग है कि उन्हें फसल में हुए नुकसान का सही मुआवजा दिया जाए. इस दौरान किसानों ने पंजाब की भगवंत मान सरकार के साथ केंद्र सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी का भी आरोप लगाया.
मुआवजे की डिमांड कर रहे किसान
किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरबन सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बारिश की वजह से सारी खेती पूरी तरह के खराब हो गई. सीएम मान ने खेती को लेकर हुए नुकसान की जांच को लेकर वादा किया था, मगर अभी तक निरीक्षण करने कोई नहीं पहुंचा. उन्होंने कहा, हमारी मांग है कि प्रति एकड़ 50 हजार रुपये का मुआवजा मिले. हमारे कर्ज पर छह माह का ब्याज माफ किया जाना चाहिए. उन्होंने बयान दिया कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक हम हटने वाले नहीं हैं.
One of our key demands right now is that, due to rain, all our cultivation has been totally destroyed. CM Mann did promise a field inspection by authorities to check the damages but nobody has shown up yet. We want compensation of Rs 50,000 per acre and 6 months' interest on our… pic.twitter.com/g4iQ9kTRYd
— ANI (@ANI) April 2, 2023
किसानों को मुआवजा देने की बात कही थी
पंजाब में बीते कई दिनों से तेज बारिश ओर ओलावृष्टि की वजह से फसल को भारी नुकसान हुआ. इस कारण सीएम भगवंत मान ने किसानों को मुआवजा देने की बात कही थी. उन्होंने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा था कि विधायकों को गांव-गांव में घूमकर बातचीत करने के साथ अधिकारियों को जमीनी निरीक्षण पर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया. उन्होंने यह वादा किया था कि बरसात में खराब हुई फसल का मुआवजा किसानों को बैसाखी से मिल जाए. उन्होंने बताया था कि इस आपदा में पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार किसानों के साथ है.
HIGHLIGHTS
- मार्च के माह में बारिश के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ
- बारिश की वजह से सारी खेती पूरी तरह के खराब हो गई
- नुकसान के कारण अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर आए किसान