Punjab: पंजाब यूनिवर्सिटी के 70वें दीक्षांत सामरोह में पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को पीएचडी की डिग्री प्राप्त हुई. मगर चन्नी की रिसर्च में जो सामने आया है वो हैरान कर देने वाला है. उनकी रिसर्च कांग्रेस की परफॉर्मेंस पर आधारित थी. जिसमें खराब स्थिति के कारण गिनाए गए. कांग्रेस नेता ने चंडीगढ़ में मौजूद पंजाब यूनिवर्सिटी से पहले राजनीति विज्ञान में एमए किया. इसके बाद उन्होंने पीएचडी के लिए भी ट्राई किया. पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ सोशल एक्सक्लूजन एंड इंक्लूसिव पॉलिसी के रिसर्च स्कॉलर उन्होंने अपना शोध जनवरी 2023 में पूरा किया था. उन्होंने प्रो.इमैनुअल नाहर के मार्गदर्शन पर रिसर्च किया.
ये भी पढ़ें: Odisha Train Accident पर किसी ने उठाए सवाल तो किसी ने मांगा इस्तीफा, जानें विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया?
कांग्रेस नेता ने वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद रिसर्च आरंभ किया. ये रिसर्च पार्टी के केंद्रीय संगठन व चुनाव रणनीति पर आधारित है. उन्होंने बताया कि क्यों पार्टी ने अपनी सत्ता गंवाई. चन्नी का जो विषय था, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन, वर्ष 2004 से इलेक्टोरल स्ट्रेटेजी था. रिसर्च के अनुसार, कांग्रेस के खराब दिन चाटुकारिता की संस्कृति की वजह से आरंभ हुआ. इन्हीं चाटुकारों का विशेष अधिकार रहा है. इसके कारण पार्टी उनके ऊपर निर्भर रही. इसकी कारण कांग्रेस में निष्ठावान लोगों का मनोबल लगातार गिरता रहा है.
रिसर्च गुटबाजी का भी जिक्र किया गया. लोकल मुद्दों में हाईकमान का दखल भी चिंता की स्थिति है. इससे लीडरशिप कमजोर पड़ती गई. रिसर्च के अनुसार, कांग्रेस के पतन की मुख्य वजह हाईकमान पर सब कुछ करना खास वजह है. इस कारण पार्टी के अंदर तत्काल निर्णय लेने की क्षमता कम होती गई.
Source : News Nation Bureau