हरियाणा की तर्ज पर पंजाब में भी प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में आरक्षण देने की योजना पर काम हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चन्नी सरकार पंजाब के लोगों को अधिक तरजीह देने के लिए लोक रिजर्वेशन कानून लाने की तैयारी में लगी है. पंजाब में इस कानून के लागू होने की सूरत में बड़े मतभेद सामने आ सकते हैं. इसका कारण है कि पंजाब के कई शहरों में पूर्वांचल की बड़ी आबादी है. ऐसा कहा जा रहा है कि इसे लेकर सीएम चरणजीत सिंह चन्नी कानूनविदों से राय ले रहे हैं. चन्नी के अनुसार हरियाणा, हिमाचल में स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता दी जाती है. ऐसे में पंजाब में भी पंजाबियों को तवज्जो दी जानी चाहिए.
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बता दें कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले सीएम चन्नी आम जनता के बीच लोकप्रिय होने के लिए तरह-तरह के ऐलान कर रहे हैं. बीते दिनों राज्य के 36 हजार कर्मचारियों को पक्ता करने का वादा करा था. इसके साथ ही पंजाब सरकार ने दिहाड़ी मजदूरी बढ़ाकर 415.59 रुपये करने का निर्णय लिया.
इससे पहले CM चरणजीत चन्नी ने बिजली 3 रुपये सस्ती कर दिवाली तोहफा दिया. इस दौरान राज्य कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 11 फीसदी का इजाफा करने की भी घोषणा की थी. पंजाब में घरेलू बिजली उपभोक्ता जो सात किलोवाट तक बिजली का उपयोग करते हैं, अब उनको रियायती दरों पर बिजली दी जाएगी.
ऐसे लोकलुभावन फैसलों के बारे में जब चन्नी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अर्थशास्त्र और राजनीति विज्ञान के छात्र रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि किस तरह लोगों को टैक्स का बोझ डाले बिना उन्हें रियायत देनी है. उन्होंने कहा कि वह सरकारी खर्च में कटौती कर और टैक्स चोरी पर शिकंजा कसेंगे. चन्नी के अनुसार वह भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे.
HIGHLIGHTS
- सीएम चरणजीत सिंह चन्नी कानूनविदों से राय ले रहे हैं
- पंजाब के कई शहरों में पूर्वांचल की बड़ी आबादी है, ऐसे में मतभेद होंगे
- पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं
Source : News Nation Bureau