लंदन में 25 जनवरी को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को एक पुरस्कार समारोह में प्रतिष्ठित 'इंडिया यूके आउटस्टैंडिंग अचीवर' अवार्ड से सम्मानित किया गया. 'सरकार और राजनीति' श्रेणी में 'उत्कृष्ट उपलब्धि' के रूप में उन्हें यह अवार्ड मिला है. ऐसे लोगों को यह अवार्ड प्रदान किया जाता है, जो जनता की भलाई के लिए एक साथ चुनौतीपूर्ण सामाजिक मुश्किलों से कैसे निपटा जाए, इसमें उत्कृष्टता का प्रदर्शन कर रहे हों.
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यूके में भारत की 75वीं स्वतंत्रता वर्षगांठ के मौके पर अध्ययन करने वाले युवा भारतीयों की शैक्षिक और व्यावसायिक उपलब्धियों के सम्मान में इंडिया यूके अचीवर्स ऑनर्स मनाया गया था. आपको बता दें कि लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (एलएसई) से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की पढ़ाई लिखाई हुई है. इसके बाद चड्ढा ने लंदन में ही बुटीक वेल्थ मैनेजमेंट फर्म की स्थापना की और फिर वे भारत लौटकर इंडिया अगेंस्ट करप्शन मूवमेंट में शामिल हो गए. इस आंदोलन ने बाद में आम आदमी पार्टी (आप) का रूप ले लिया, जिसका नेतृत्व अरविंद केजरीवाल ने किया. राघव चड्ढा AAP के संस्थापक सदस्य बने और उन्होंने सीएम केजरीवाल के मार्गदर्शन में काम किया.
राघव चड्ढा 2022 में सबसे कम उम्र यानी सिर्फ 33 साल की आयु में राज्य सभा के सदस्य बने, जहां वे पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्होंने बहुत कम उम्र में ही राजनीति में अपनी पहचान बनाई. विश्व स्तर पर एक वर्ष में राघव चड्ढा को यह दूसरा सम्मान मिला है. गत वर्ष चड्ढा को विश्व आर्थिक मंच द्वारा यंग ग्लोबल लीडर के रूप में सम्मानित किया गया था.
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इंडिया यूके आउटस्टैंडिंग अचीवर अवार्ड मिलने के बाद राघव चड्ढा ने कहा कि यह अवार्ड किसी व्यक्ति की उपलब्धि नहीं है, बल्कि एक साधारण व्यक्ति की ओर से प्राप्त किया गया सम्मान है. AAP नामक एक असाधारण पार्टी का यह पुरस्कार है और मेरे गुरु एवं असाधारण नेता अरविंद केजरीवाल का है. उन्होंने आयोजकों को धन्यवाद करते हुए याद दिलाया कि महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर, पं. जवाहरलाल नेहरू जैसे भारतीय लोकतंत्र के कई संस्थापकों ने ब्रिटेन में अध्ययन किया था.