सरबजीत की बहन दलबीर कौर रविवार (25 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई। हालांकि इससे पहले वह कांग्रेस और अकाली दल में भी रह चुकी हैं।
सरबजीत सिंह भारतीय नागरिक थे, जो लगभग 26 साल पहले ग़लती से बॉर्डर पार करके पाकिस्तान पहुंच गए थे। बाद में पाकिस्तान ने उन्हें आतंक फैलाने और जासूसी करने का दोषी करार देते हुए कैद कर लिया था।
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पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने सरबजीत पर आरोप लगाया था कि उन्होंने लाहौर और फैसलाबाद में 1990 के बम धमाके प्लान किए थे, जिसमें 14 लोगों की जान चली गई थी। सरबजीत को 1991 में पाकिस्तान की एक अदालत ने आतंकवाद और जासूसी करने का दोषी ठहराया था और मौत की सजा दी थी, लेकिन सरकार ने सन 2008 में उसकी फांसी पर अनिश्चित अवधि के लिए रोक लगा दी थी।
हालांकि बाद में ये ख़बर आई कि जेल के अंदर साथी कैदियों ने ही उनपर हमला कर दिया जिसमें उनकी मौत हो गई। सरबजीत पाकिस्तान के लाहौर जेल में बंद थे।
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दलबीर कौर उस वक़्त सुर्खियों में आईं जब वो अपने भाई को बचाने और वापस लाने की कोशिश में पाकिस्तान तक जा पहुंची। उनकी मेहनत और कोशिश की वजह से ही सरबजीत को मिले मृत्युदंड को भी टाल दिया गया था। हालांकि उन्हें जेल से नहीं छोड़ा गया था।
अभी हाल ही में दिवंगत भारतीय कैदी सरबजीत सिंह और उनकी बहन की उनकी रिहाई के लिए किए गए संघर्ष की जीवनी पर आधारित एक फिल्म 'सरबजीत' भी बनी थी। इस फिल्म को इस साल ऑस्कर के लिए चुना गया है।
Source : News Nation Bureau