पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को अमृतसर में पहली बैठक बुलाई है. जानकारी के अनुसार, 62 विधायक सिद्धू के घर पहुंच चुके हैं. इससे पहले सिद्धू ने दरबार साहिब में माथा टेका. इस दौरान सिद़्धू के समर्थन में हजारों लोग जुटे. इस मुहिम का ही असर है कि सोमवार को कैप्टन के आवास पर उन्हें समर्थन देने पहुंचे विधायक राजकुमार वेरका मंगलवार को अमृतसर में सिद्धू के साथ नजर आए. इससे पहले सिद्धू मंगलवार को लगातार चौथे दिन प्रदेश के कांग्रेसी मंत्रियों, विधायकों और सीनियर नेताओं के साथ मेल-मिलाप की अपनी मुहिम में जुड़े रहे. प्रदेश के अधिकतर मंत्री और विधायक अब सिद्धू की नियुक्ति पर आलाकमान के फैसले को सही ठहरा रहे हैं.
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मंगलवार को सिद्धू के सबसे करीबी रहे विधायक परगट सिंह ने बयान जारी कर साफ कर दिया है कि सिद्धू को माफी मांगने की जरुरत नहीं है. कैप्टन को ही वादे पूरे न करने के लिए पंजाब की जनता से माफी मांगनी चाहिए. हालांकि माफी को लेकर नवजोत सिद्धू की तरफ से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि सिद्धू को पार्टी और सरकार के बीच सामंजस्य बैठाने और कैप्टन के कद को देखते हुए कुछ झुकना ही पड़ेगा.
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नवजोत सिंह सिद्धू के कार्यालय ने दावा किया कि सुबह के नाश्ते पर बैठक के लिए सिद्धू के घर कांग्रेस के 62 विधायक शामिल हुए. दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू को रविवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. एक दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाने वाले पार्टी नेताओं से मुलाकात की और तब से ही वह लगातार नेताओं से मिल रहे हैं. बताया जा रहा है कि कैप्टन अब तक सिद्धू से नाराज हैं और उनकी शर्त है कि जब तक सिद्धू उनसे माफी नहीं मांग लेते तब तक वह उनसे नहीं मिलेंगे.
HIGHLIGHTS
- सिद्धू का शक्ति प्रदर्शन, दिखाया कैप्टन को अपना दम!
- नवजोत सिंह सिद्धू के घर जुटे कांग्रेस के 62 विधायक
- विधायकों के साथ बैठक से पहले दरबार साहिब पहुंचे सिद्धू