पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र को रद्द करने के राज्यपाल के फैसले को आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय राजनीति का 'काला दिन' करार दिया. गुरुवार को पंजाब भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 'आप' के वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल ने जिस तरह से भाजपा के निर्देश पर काम किया और विशेष सत्र की अनुमति वापस ली, यह दर्शाता है कि भाजपा संविधान और संविधानिक संस्थानों को कुचलने की कोशिश कर रही है.
चीमा ने कहा कि राज्यपाल ने पंजाब के एजी कार्यालय की अनदेखी कर भारत के अतिरिक्त महाधिवक्ता से सलाह मांगी और अपने पहले के आदेश को वापस ले लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह आप भाजपा के आगे नहीं झुकेगी. पंजाब सरकार ने लोकतंत्र और उसके संविधान की रक्षा के लिए 27 सितंबर को विधानसभा का सत्र बुलाया है. इस सत्र के दौरान बिजली और पराली जलाने के मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
भगवा पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए चीमा ने कहा कि भाजपा आप की बढ़ती लोकप्रियता से डरी हुई है और उसने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि 2024 के चुनाव में केवल अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ही उसे चुनौती दे सकती है. इसीलिए भाजपा किसी भी तरह आप को रोकना चाहती है, लेकिन मैं दोहराना चाहता हूं कि भाजपा अपने कायरतापूर्ण एजेंडे में कभी सफल नहीं होगी और अरविंद केजरीवाल देश की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे.
चीमा ने कांग्रेस पर भी हमला किया और कहा कि विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा समेत कांग्रेस के नेता बीजेपी की बी-टीम के तौर पर काम कर रहे हैं. ऑपरेशन लोटस के नापाक एजेंडे के खिलाफ संघर्ष कर रही आप सरकार का समर्थन करने के बजाय कांग्रेस नेतृत्व इस मुद्दे पर लगातार बीजेपी का ही समर्थन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है इसीलिए राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेसी द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा भी गुजरात और हिमाचल में नहीं जा रही है. चीमा ने कहा, हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे और देश को नंबर वन बनाने के लिए काम करेंगे। लोकतंत्र लोगों का है, किसी पार्टी या व्यक्ति का नहीं.
Source : News Nation Bureau