पराली जलाने के मुद्दे को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. सीएम मान ने कहा कि केंद्र ने पराली न जलाने के बदले में पैसे देने की हमारी पेशकश ठुकरा दी है. इस पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया है. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब में 75,00,000 एकड़ जमीन पर चावल बोया जाता है. लगभग 37 लाख एकड़ जमीन पर लोग खुद से पराली नहीं जलाते हैं. बाकी बची जमीन के लिए पंजाब सरकार मशीनें देंगी. इस बार पंजाब सरकार लगभग एक लाख मशीनों के जरिए पराली काटने की व्यवस्था करेगी. किसानों को जागरूक करने के लिए पंजाब सरकार ने अफसरों को नियुक्त किया है.
यह भी पढ़ें : कर्नाटक : छात्र ने स्कूल यूनिफॉर्म में किया टॉयलेट तो टीचर ने गरम पानी से जलाया
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पराली की समस्या को लेकर पंजाब सरकार द्वारा भेजा गया प्रस्ताव केंद्र ने ठुकरा दिया है. किसानों को पराली न जलाना पड़े, इसके लिए पंजाब सरकार एक लाख से ज्यादा मशीनों की व्यवस्था कर रही है. पराली की समस्या पर सहायता के लिए पंजाब सरकार ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी थी. प्रस्ताव था कि किसानों को केंद्र सरकार की तरफ से 1500 रुपये प्रति एकड़, पंजाब सरकार की तरफ से 500 रुपये प्रति एकड़ और दिल्ली सरकार की तरफ से 500 रुपये प्रति एकड़ की वित्तीय सहायता दी जाए.
केंद्र की तरफ से प्रस्ताव ठुकराए जाने के बाद सीएम भगवंत मान ने कहा है कि हम हर तरीके से किसानों से अपील करेंगे कि वे पराली न जलाएं. मुख्यमंत्री मान ने कहा कि बाकी बची 38 लाख एकड़ जमीन पर किसान पराली में आग नहीं लगाएं, उसके लिए हम मशीनों का प्रबंध कर रहे हैं. पंजाब सरकार की तरफ से 1 लाख 5 हजार मशीनों की व्यवस्था की जा रही है. एक मशीन एक दिन में 5-6 एकड़ जमीन में धान की कटाई कर सकती है.
यह भी पढ़ें : राजस्थान में बोले अमित शाह- विदेशी टी-शर्ट पहनकर भारत जोड़ने निकले हैं राहुल बाबा
इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि पंजाब ने पराली के लिए हर किसान को प्रति एकड़ 2500 रु देने का प्रस्ताव बनाया (500 पंजाब, 500 दिल्ली, 1500 केंद्र सरकार). केंद्र ने प्रस्ताव खारिज कर दिया, कोई नहीं. भगवंत मान सभी उपलब्ध मशीनों का सही उपयोग करके ज्यादा-से-ज्यादा किसानों को पराली न जलाने में मदद करेगी.