पंजाब के अमृतसर में पुलिस वालों को गांव में रेड डालना महंगा पड़ गया. अमृतसर के सरहदी गांव चुगामा में पुलिस पुलिस ने रेड डाली जिसके बाद गांव वालों ने पुलिस वालों को पकड़कर जम के धुनाई की इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस वालों की वर्दी भी फाड़ दी और उनका सर्विस रिवॉल्वर भी छीन लिया था. चौगावा गांव में अभी लोगों की सुबह की नींद से आंख भी नहीं खुली थी कि अचानक पंजाब के जिला तरनतारन की पुलिस ने आकर चौगांवा के रहने वाले अमनदीप के घर आकर पुलिस ने रेड कर दी यहां गांव के लोगों ने सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह की जमकर धुनाई कर दी और उसके साथी पुलिस पार्टी को बंधक बना लिया.
पूर्व सरपंच का आरोप है कि वह शिरोमणि अकाली दल बादल पार्टी से ताल्लुक रखता है जबकि मौजूदा सरपंच नरवेल सिंह कांग्रेस पार्टी का है और वह सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह का करीबी रिश्तेदार है जिसके इशारे पर सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह उन्हें तंग परेशान करता है और हीरोइन के झूठे केस में फंसाना चाहता है जिसको लेकर सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह ने जितेंद्र सिंह पूर्व सरपंच और अमनदीप से ₹200000 की मांग की थी और उन्हें यह कहा गया था कि अगर वह 2 लाख रुपये देंगे तो उनको हेरोइन के आरोप से बरी कर दिया जाएगा अगर उन्होंने ₹200000 नहीं दिए तो उन्हें हेरोइन के झूठे केस डालकर मामला दर्ज कर जेल में भेज दिया जाएगा.
इसके बाद पुलिस टीम ने मौजूदा सरपंच नरवल सिंह के कहने पर आज सुबह बलदेव सिंह अपनी पुलिस पार्टी के साथ अमनदीप के घर पहुंचा जहां पर जो हुआ वह तस्वीरें साफ बयान कर रही हैं वह इस मौके पर वहां पर सरपंच के घर में पहले से ही मौजूद लोगों ने पुलिस के साथ हाथापाई की और सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह के कपड़े फाड़ दिए और उसकी सर्विस रिवॉल्वर भी छीन ली वह गांव वालों का कहना है कि सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह खुद भी हीरोइन का नशा करता है और आज भी है सुबह नशा किए हुए हालत में था.
वहीं गांव वालों ने जब सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह और उसके साथियों को बंधक बनाया हुआ था तो अमृतसर जिले के नजदीकी पुलिस थाना लोगों के को सूचित किया गया वही मौके पर पुलिस थाना लोगों के हरपाल सिंह पहुंचे और सब इंस्पेक्टर बलदेव सिंह और उसके साथियों को छुड़वा कर लेकर गए वहीं इस मौके पर उनका कहना है कि दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी और उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी अब देखना होगा कि पुलिस क्या अपने अधिकारियों के बचाव के लिए क्या-क्या हथकंडे अपनाती है या फिर दोषी पाए गए पुलिस अधिकारियों पर भी कार्रवाई कर सच्चाई सामने लाएगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा.
Source : राजेश गिल