इंटरनेशनल रेसलर दलीप सिंह राणा उर्फ द ग्रेट खली (International Wrestler Dalip Singh Rana ) की मां टंडी देवी का रविवार को निधन हो गया. वह 79 साल की थीं. टंडी देवी लंबे समय से बीमार थीं और लुधियाना के हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था. उनकेे निधन की खबर से सिरमौर में शोक की लहर दौड़ गई है. टंडी देवी लंबे समय से दिल और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थीं. उनका पार्थिव शरीर रविवार देर रात उनके गांव नैनीधार पहुंच जाएगा, जहां सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जानकारी के अनुसार खली (The Great Khali) की मां की तबीयत खराब चल रही थी, जिसकी वजह सेे उनको 14 जून को डीएमसी पीआरओ में भर्ती कराया गया था.
यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रईसी को दी बधाई, लिखा यह मैसेज
खली के बड़े भाई मंगल राणा ने इस खबर की पुष्टि की
कोरोना रिर्पोट निगेटिव आने के बाद उनको आईसीयू मे शिफ्ट कया गया था. खली के बड़े भाई मंगल राणा ने इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि मां टंडी देवी का अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा. द ग्रेट खली एक पेशेवर पहलवान हैं यह हॉलीवुड व बॉलीवुड फिल्मों में कार्य कर चुके हैं. यह बिग बॉस के चौथे संस्करण उपविजेता थे. इन्होंने कई बार अंडरटेकर और बिग शो जैसे पहलवानों को धूल चटाई है. अपने पेशेवर कुश्ती कैरियर की शुरुआत करने से पहले, वह पंजाब राज्य पुलिस के अधिकारी रह चुके है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली पुलिस ने एंटीफंगल दवा की कालाबाजारी में शामिल गिरोह का किया भंडाफोड़
करीब सात फीट एक इंच लंबे हैं और उनकी वजन करीब 157 किलो
27 अगस्त को 1972 में जन्म हुआ था दलीप सिंह राणा (Dalip Singh Rana) यानी द ग्रेट खली (The Great Khali). यानी आज द ग्रेट खली का जन्मदिन है. द ग्रेट खली का नाम भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाना जाता है. वे प्रोफेशनल रेसलर और लिफ्टर हैं. आज खली 48 साल के हो गए हैं. द ग्रेट खली के बारे में बता दें कि वे करीब सात फीट एक इंच लंबे हैं और उनकी वजन करीब 157 किलो का है. उनका जन्म हिमाचल प्रदेश के धिरियाना गांव में हुआ था. दलीप सिंह राणा उर्फ भारत के इकलौते वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन हैं. वे भारत की शान माने जाते हैं.
HIGHLIGHTS
- द ग्रेट खली (International Wrestler Dalip Singh Rana ) की मां टंडी देवी का निधन
- टंडी देवी लंबे समय से बीमार थीं और लुधियाना के हॉस्पिटल में उनका इलाज चल रहा था
- टंडी देवी लंबे समय से दिल और फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थीं