Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. यहां 12वीं कक्षा की एक छात्रा का आरोप है कि उसे बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि पिछले साल उसके साथ सामूहिक बलात्कार की वारदात पेश आई थी. छात्रा ने साथ ये भी आरोप लगाया कि, उसके शिक्षकों ने उसे घर पर ही रहकर पढ़ाई करने के लिए कहा है, क्योंकि सकी उपस्थिति से स्कूल का माहौल खराब करेगी. इस बात की जानकारी मामले में संबंधित विभाग के एक अधिकारी ने दी है.
गौरतलब है कि, ये मामला तब सामने आया, जब पीड़िता ने घटना के बारे में बाल कल्याण समिति को लिखकर सूचित किया. बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अंजलि शर्मा ने बताया कि, पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा कि, वह चार महीने पहले बोर्ड परीक्षा में शामिल हुई थी और स्कूल ने उसे परीक्षा में बैठने के लिए प्रवेश पत्र नहीं दिया था. स्कूलवालों ने पीड़िता को बताया कि उसका नाम परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की सूची से काट दिया गया है.
शर्मा ने कहा कि, मामले को ध्यान में रखते हुए उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि पीड़िता का शैक्षणिक सत्र बाधित न हो.
पीड़िता को परीक्षा देने की अनुमति नहीं
शर्मा ने कहा कि, पीड़िता पिछले साल दिसंबर में अपनी बोर्ड परीक्षा में शामिल हुई थी, लेकिन, उसे परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी गई, क्योंकि स्कूल ने उसे एडमिट कार्ड नहीं दिया था. स्कूल के शिक्षकों ने उससे कहा कि घर पर पढ़ाई करो नहीं तो स्कूल का माहौल खराब हो जाएगा.
पीड़िता को कानूनी सहायता देने की कोशिश
इसके साथ ही शर्मा ने कहा कि, उनके पत्र की एक प्रति जिलाधिकारी को भी सौंपी गयी है. इसके अलावा, बाल कल्याण समिति जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण के साथ भी बातचीत कर रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पीड़िता को कानूनी सहायता प्रदान की जा रही है.
हालांकि बोर्ड परीक्षा समाप्त हो गई है, बाल कल्याण समिति ने कहा कि वह पीड़िता को बोर्ड की पूरक परीक्षा में बैठने की अनुमति देने का प्रयास कर रही है.
Source : News Nation Bureau