राजस्थान में मौसमी बीमारियों के कहर से आम आदमी की हालत खराब है. इन दिनों राज्य में स्वाइन फ्लू का प्रकोप करीब हर जिले में फैल चुका है. इस साल राज्य में 21,710 लोगों के लिए सैंपल में 2,209 मामले पॉजिटिव मिले हैं जिसके कारण 210 मरीजों की मौत हो चुकी है. इसमें सबसे अधिक खतरा राजधानी जयपुर में है. जयपुर में स्वाइन फ्लू से अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है. जयपुर में 891 पॉजिटिव मामले मिले हैं.
इन बीमारियों से हो रहे मौत में राज्य के चिकित्सा विभाग के दावे हुए तार-तार हो रहे हैं और लापरवाहियां सामने आ रही हैं. जिसके कारण स्वाइन फ्लू पॉजिटिव के मामलों में राजस्थान देश में सबसे ऊपर पहुंच गया है.
जयपुर के बाद कोटा में स्वाइन फ्लू के कारण सबसे अधिक 29 लोगों की मौत हुई है. चिकित्सा विभाग जीका वायरस से निपटने में भी नकारा साबित हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने राजस्थान समेत गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली को स्वाइन फ्लू और डेंगू के लिए पहले ही चेतावनी जारी की थी.
राजस्थान के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक वी के माथुर ने कहा, '1 जनवरी से 21 दिसंबर के बीच राजस्थान में स्वाइन फ्लू के 2,192 मामले सामने आए. सबसे ज्यादा मौतें और पॉजिटिव मामले जयपुर में दर्ज हुए हैं. हम रोकथाम के उपाय पर कदम उठा रहे हैं, डरने की जरूरत नहीं हैं.'
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स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के हिसाब से स्वाइन फ्लू पॉजिटिव के मामले में राजस्थान देश में पहले नंबर पर पहुंच गया है जबकि स्वाइन फ्लू से हुई मौतों के मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर है. अधिकारी भले डरने की जरूरत नहीं बता रहे हों लेकिन राज्य में स्वाइन फ्लू के मिशिगन वायरस ने लोगों में दहशत बना रखा है.
Source : News Nation Bureau