नए कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों मुखर हैं. राजस्थान के दो दिन के दौरे पर पहुंचे राहुल ने शुक्रवार को पीलीबंगा में किसान महापंचायत की. हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में तीनों कृषि कानूनों को लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधा. अपने भाषण में राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ जम कर बरसे. कृषि कानून को लेकर मोदी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अगर तीन कृषि कानून लागू हुए तो देश के 40% लोग बेरोजगार हो जाएंगे.
राहुल ने कहा कि नए कृषि कानून लागू हुए तो 40 फीसदी धंधा दो लोगों के हाथों में चला जाएगा. राहुल गांधी ने कहा कि पहला कृषि कानून मंडी को मारने का, दूसरा कानून जमाखोरी शुरू करने का और तीसरा कानून किसान के अदालत में जाने के हक़ को खत्म करने का है. जिस दिन ये कानून लागू हो गए ये जो धंधा 40% लोगों का है ये पूरा धंधा 2 लोगों के हाथ में चला जाएगा.
The day farm laws get implemented, business of 40% people, of Rs 40 Lakh Cr, of businessmen, vendors, farmers & workers, will go into hands of just 2 people. This isn't farmers' agitation but agitation of India. Farmers have shown light in darkness: Rahul Gandhi in Sri Ganganagar pic.twitter.com/AyRZ9JIQOZ
— ANI (@ANI) February 12, 2021
राहुल गांधी ने कहा कि जिस दिन कृषि कानून लागू होंगे देश के व्यापारियों, विक्रेताओं, किसानों और श्रमिकों का 40% लोगों का 40 लाख रुपये का व्यवसाय सिर्फ 2 लोगों के हाथों में चला जाएगा. यह किसानों का आंदोलन नहीं बल्कि भारत का आंदोलन है. किसानों ने हमें अंधेरे में उजाला दिखाया है.उन्होंने कहा ’’कांग्रेस पार्टी की कोशिश रही है कि इस धंधे को किसी एक व्यक्ति के हाथ में न जाने दें. आजादी के दिन से आज तक ये हमारा लक्ष्य रहा है कि ये जो धंधा है, ये हिंदुस्तान के 40% लोगों का धंधा ही रहे. उदाहरण आपको दिखते हैं. अमूल कंपनी है। कांग्रेस पार्टी लाई थी. लाखों किसानों की कंपनी है. पूरे देश में दूध डिलीवर करती है’’.
राहुल गांधी ने कहा कि ये सिर्फ किसानों पर आक्रमण नहीं है. ये हिंदुस्तान की 40% जनता पर आक्रमण है. किसान सबसे जागरुक है, उसे यह बात पहले समझ आ गई. किसान ने अंधेरे में टॉर्च लगा रखी है, उसे भविष्य दिख रहा है. अगर ये तीन कानून लागू हो गए, किसान तो गया. उसकी जमीन गई. उसके साथ-साथ छोटा दुकानदार भी गया. व्यापारी-मजदूर भी गया. हिंदुस्तान के 40% लोग बेरोजगार हो जाएंगे। मोदी जी कहते हैं कि ये हमने किसानों के लिए किया। अगर ये किसानों के लिए है तो पूरे देश का किसान दुखी क्यों है. दिल्ली की बॉर्डर पर लाखों किसान क्यों खड़े हैं? 200 किसान शहीद क्यों हुए?
Source : News Nation Bureau