हाथरस में एक दलित युवती से गैंगरेप और उसकी हत्या के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है. आम जनमानस में इसे लेकर गुस्से का जबरदस्त माहौल है और आरोपियों को फांसी देने की मांग जोर पकड़ रही है. तो इस बीच राजनीति भी बेहद गरमाई हुई है. यह सच है कि उत्तर प्रदेश में दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं. लेकिन ऐसा नहीं ही सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही ये स्थिति है. कभी महिलाओं के सम्मान और बलिदान के लिए पहचाने वाले राजस्थान में बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं है.
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राजस्थान में बेटियों के साथ एक के बाद एक हैवानियत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ताजा मामला बारां जिले के सिसवाली से सामने आया है, जहां एक महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया है. इस पर पुलिस का कहना है कि महिला 1 जुलाई को लापता हो गई थी. वह 7 अगस्त को पुलिस स्टेशन आई और फिर अपहरण व बलात्कार किए जाने की सूचना दी. पुलिस ने कहा है कि हम मामले की जांच कर रहे हैं. मगर इस घटना को लेकर पुलिस कितनी संजीदा है, इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि अगस्त के बाद से अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
Rajasthan: A woman was allegedly gang-raped in Siswali, Baran district.
— ANI (@ANI) October 3, 2020
Police say, "She went missing on July 1. She came to police station on August 7 & reported about being abducted & raped. We're investigating the matter. Accused have not been arrested till now." (3.10.2020) pic.twitter.com/569p9ef30b
इतना ही नहीं, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक को भी परिवाद दिया गया था. जिसमें पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ सीसवाली थाने में धारा 363, 366, 376D और 342 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. पहले भी पीड़िता थाने में प्रार्थना पत्र दे चुकी थी. मगर 2 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिसवालों ने आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. पीड़िता की मानें तो 1 जुलाई को दो लोग उसे बाइक पर उठाकर ले गए थे और एक कमरे में बंधक बना लिया. जिसके बाद उन्होंने सामूहिक बलात्कार किया.
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बीते दिनों दो बहनों के साथ हुआ था गैंगरेप
राजस्थान की बारां पुलिस पहले से ही सवालों को घेरे में हैं. क्योंकि बीते दिनों जिले के अंदर दो नाबालिग बहनों के साथ गैंगरेप किया गया था. दोनों बहनें 3 दिन कर घर से गायब रही थीं. बारां शहर की दोनों नाबालिग बहनें 19 सितंबर को घर से लापता हुई थीं, जो 22 सितंबर को कोटा में मिलीं. मगर पीड़िता छोटी बहन ने जब अपने साथ हुई हैवानियत के बारे में बताया तो मानो उसकी बातों को सुनकर दिल सहम गया. पीड़िता ने कहा कि उन्हें नशीला पदार्थ दो-तीन लोगों ने मिलकर उनके साथ बारी-बारी से गैंगरेप किया था. बड़ी बहन ने कहा कि हमें जबर्दस्ती लेकर गए थे. हमें एक कमरे में रखा था.
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उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार राजस्थान अपराध के मामले में देश में पहले स्थान पर है. राजस्थान में बेटियां कितनी असुरक्षित है, इसका अंदाजा इससे भी लगा सकते हैं कि राज्य में इस साल ही अब तक रोजाना औसत 14 महिलाओं के साथ बलात्कार और 24 के साथ छेड़छाड़ वारदात हुई. आंकड़ों को देखें तो इस साल अगस्त तक राज्य में बलात्कार के 3498 और बेटियों के साथ छेड़छाड़ के 5779 केस दर्ज हो चुके हैं. जो अपने आप में बेहद निंदनीय और शर्मनाक है.
ऐसे में सियासत की पराकाष्ठा तो देखिए कि हाथरस गैंगरेप पर पूरे देश में कांग्रेस शोर मचा रही है. राहुल-प्रियंका हाथरस में पीड़ितों का दर्द सुनने के लिए जाते हैं, मगर वहीं राजस्थान में बहन-बेटियों के साथ हो रही दरिंदगी की घटनाओं पर न वह खुद कुछ बोल रहे हैं और न ही किसी नेता के मुंह से एक शब्द निकल रहा है. यहां तक कि कांग्रेस सरकार के मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक मौन व्रत रखे हुए हैं.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान में सुरक्षित नहीं बहन-बेटियां
- बारां में एक महिला से साथ सामूहिक बलात्कार
- करीब 2 महीने बाद भी आरोपी गिरफ्तार नहीं