जब लोगों की रक्षा करने वाली पुलिस ही भक्षक बन जाए तो किसी जंगलराज से कम नहीं. दरअसल, जयपुर में 30 साल की दुष्कर्म पीड़िता से एसीपी ने मामले की कार्रवाई को लेकर रिश्वत में उसकी अस्मत मांगी. जिसके बाद एसीबी ने ट्रैप कर आरपीएफ अफसर कैलाश बोहरा को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया है. बता दें कि दुष्कर्म केस की जांच के बहाने आरोपी अफसर पीड़िता को बार-बार ऑफिस बुलाता था. पहले उसने जांच के लिए रिश्वत मांगी, बाद में पीड़िता से अस्मत मांग कर उसे परेशान करना शुरू कर दिया. बलात्कार पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई करने के एवज में रिश्वत के तौर पर कथित रूप से अस्मत मांगने के आरोप में राजस्थान पुलिस सेवा के एक अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
जिसके बाद परेशान होकर पीड़िता ने एसीबी की मदद ली. इस मामले को लेकर एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि पकड़े गए आरपीएस अफसर का नाम कैलाश बोहरा है. कैलाश बोहरा जयपुर शहर (पूर्व) जिले की महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में बतौर प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त तैनात है. बता दें, 6 मार्च को युवती ने कैलाश बोहरा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें पीड़िता ने बताया कि उसने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक और अन्य लोगों के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी सहित 3 मुकदमे दर्ज करवाए थे.
एसीबी के अधिकारी ने बताया कि आरोपी सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश बोहरा राज्य पुलिस की विशेष इकाई के तहत जयपुर में महिला अपराध शाखा में नियुक्त थे. एसीबी के डीजीपी बी. एल. सोनी ने बताया कि एसीपी बोहरा ने बलात्कार सहित तीन शिकायतें दर्ज कराने वाली पीड़िता से पहले रिश्वत में धन मांगा था. उन्होंने बताया कि बाद में जब महिला ने धन देने में असमर्थता जतायी तो अधिकारी ने उससे रिश्वत में अस्मत मांगी. डीजीपी ने कहा कि आरोपी ने पीड़िता को कार्यालय का समय समाप्त होने के बाद भी मिलने को मजबूर किया. उन्होंने बताया कि महिला की शिकायत के सत्यापन के बाद और एसीपी द्वारा पीड़िता को रविवार को अपने घर बुलाए जाने के बाद अधिकारी को गिरफ्तार किया गया.
HIGHLIGHTS
- बलात्कार पीड़िता से रिश्वत में अस्मत मांगने के आरोप में एसीपी गिरफ्तार
- राजस्थान एसीबी ने आरोपी एसीपी को रंगे हाथ पकड़ा
- रेप केस की जांच के बहाने अफसर पीड़िता को बार-बार ऑफिस बुलाता था