राजधानी जयपुर में कुछ दिन पहले विदेशी महिला से 6 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया, जिसमें महिला को नकली जेवरात बेच दिये. इसके बाद सवाल उठने लगे कि आखिर एक सामान्य व्यक्ति ज़ब बाजार सोने के आभूषण खरीदने जाए तो असली, नकली की पहचान कैसे करें. न्यूज नेशन जयपुर के उस बाजार में पहुँचा जहाँ वर्षों से सर्राफा बाजार चल रहा है. इस बाजार का नाम है जौहरी बाजार. हमने एक्सपर्ट से जाना कि आखिर कैसे असली सोने की पहचान की जा सकती है.
आपने वो कहावत तो सुनी ही होगी.. कसौटी पर खरा उतरना... हिंदी की ये कहावत सटीक बैठती है जयपुर के उन जौहरीयों के ऊपर जो सोने-चांदी की असली नकली परख के लिए टेस्ट करते हैं. दरअसल, जयपुर में हुई विदेशी महिला के साथ ठगी के दौरान ठगों ने महज 300 रूपये के मोजोनाईट स्टोन यानि कांच के टुकड़े जैसे प्रोडक्ट को डायमंड बताकर बेचते थे. और गोल्ड़न पोलिश कर चांदी को सोने के दाम पर बेचते थे.
जयपुर के जौहरी बाजार में पीढ़ीयों से ज्वेलरी का काम करने वाले कैलाश मित्तल ने हमें सोने की परख का 'कसौटी" टेस्ट करके दिखाया.ज्वेलर कैलाश मित्तल ने कसौटी टेस्ट के लिए एक काले रंग का स्टोन लिया. इस काले रंग के पत्थर को कसौटी कहा जाता है. इसके बाद उन्होंने एक सोने की अंगूठी ली और उस पत्थर पर उसे रगड़ा. ऐसा करने से ब्लैक स्टोन पर सोने का रंग आ गया. इसके बाद सोने की शुद्धता के लिए उन्होंने घिसी हुई जगह पर एसिड की कुछ बूँद डाली लेकिन बावजूद इसके पत्थर पर सोना वैसे ही रहा जैसा था बल्कि उसका रंग और गहरा हुआ. कैलाश मित्तल ने बताया कि रंग का गहरा होते जाना और ना बदलना ही असल सोने की पहचान होती है.
इसके बाद इसी ब्लैक स्टोन पर ज्वेलर कैलाश मित्तल ने एक चाबी को घिसा जिसमें कॉपर था. लेकिन इस बार पत्थर पर एसिड डालने पर गोल्डन कलर नहीं आया जिसका मतलब वो सोना नहीं था. ज्वेलर कैलाश मित्तल ने बताया कि सोने और चांदी की असली नकली परख करने का ये पुराना तरीका है या कोई ज़ब पुराना सोना बेचने आता है तब इसको इस्तेमाल करते है लेकिन अब सोने पर हॉलमार्क आता है जिसे देखकर ही आपको सोना लेना चाहिए, ये हॉलमार्क ब्यूरो ऑफ़ इंडियन स्टैण्डर्ड द्वारा जारी किया जाता है.
इस ऐप से भी कर सकते हैं पहचान असली, नकली सोने की
इसके लिए आपको मोबाइल में एक BIS ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड केयर का ऐप डाउनलोड करना होगा. ऐप डाउनलोड करने के बाद ज्वेलरी के पीछे दिए 6 अंकों के HUID नंबर को ऐप में डाले. कुछ सेकेंड में ज्वेलरी की डिटेल ऐप पर आ जाएगी.आपने कहां से सोना खरीदा था और कब खरीदा था, ज्वेलरी का वजन कितना है और कितने कैरेट का है.आपको अगर 22 कैरेट बताकर 20 या 18 कैरेट की ज्वेलरी दी गई है तो इसी ऐप पर शिकायत कर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau