Advertisment

800 सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस ने करोड़ों की बैंक डकैती के आरोपियों को ऐसे दबोचा

अलवर की भिवाड़ी जिला पुलिस ने गत दिनों एक्सिस बैंक में 1 करोड़ 25 लाख की डकैती की घटना को अंजाम देने वाली अन्तर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है. इसके साथ ही वारदात में शामिल 3 मुख्य अभियुक्तों व एक सहयोगी महिला सहित कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया

author-image
Iftekhar Ahmed
New Update
Bank Decoty

800 सीसीटीवी खंगालने के बाद पुलिस ने बैंक डकैती के आरोपियों ऐसे दबोचा( Photo Credit : File Photo)

Advertisment

अलवर की भिवाड़ी जिला पुलिस ने गत दिनों एक्सिस बैंक में 1 करोड़ 25 लाख की डकैती की घटना को अंजाम देने वाली अन्तर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है. इसके साथ ही वारदात में शामिल 3 मुख्य अभियुक्तों व एक सहयोगी महिला सहित कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने करीब 800 सीसीटीवी कैमरों की छानबीन के बाद बदमाशों को तलाशने का कामयाब रही. गिरफ्तार बदमाशों के लोगों से पुलिस ने कब्जे से 2 लाख 67 हजार रुपए नगदी, 5 पिस्टल मय मैगजीन, 2 खाली मैगजीन, 40 जिंदा कारतूस, वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी और जैमर बरामद किए हैं. पुलिस ने बताया कि दो बदमाशों को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों गाड़ियों को पार्किंग में खड़ा कर नेपाल भागने की फिराक में थे. 

आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में बताते हुए भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार सिंह ने बताया कि 4 जुलाई 2022 को थाना भिवाड़ी क्षेत्र में स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में 6 अज्ञात मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने बैंक कर्मचारियों व बैंक में अपने-अपने कार्य के लिए आए ग्राहकों को हथियारों की नोक पर बंधक बनाकर बैंक के लॉकर से 94 लाख की नगदी सहित लॉकर में रखे सोने के आभूषणों के बैग भरकर फरार हो गए थे. पुलिस ने इस घटना पर प्रकरण संख्या 420/2022 धारा 395 भादस 0 3/25 आर्म्स एक्ट थाना भिवाड़ी पर पंजीकृत किया गया. 

एसपी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए गठित टीमों को शुरू में अलग-अलग रास्तों के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक कर बदमाशों के भागने का रूट तय करने के निर्देश दिए गए, जिस पर गठित टीमों द्वारा मोटरसाइकिल सवार बदमाशों द्वारा बैंक में डकैती कर मोटरसाइकिलों से हरियाणा राज्य में प्रवेश कर करीब 15 किलोमीटर दूर स्कॉर्पियो वाहन लेकर खड़ी अपनी दूसरी टीम तक पहुंचने का पता चला. उसके बाद अलग-अलग रास्तों से फरार होने की जानकारी मिली. इस दौरान आरोपियों को पकड़ने के लिए गठित टीम के सदस्यों द्वारा दिन रात विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए पेट्रोल पम्पों, प्राइवेट प्रतिष्ठानों, आवासीय मकानों तथा टोल नाकों के सीसीटीवी कैमरों के आधार पर बदमाशों के वाहन स्कॉर्पियो तथा मोटरसाइकिलों का पीछा करते रहे. 

ये भी पढ़ेंः जेल से बाहर आए राम रहीम को भक्तों ने बताया नकली, ये बताई वजह, HC में याचिका

जांच के दौरान बदमाशों का तावडू से केएमपी टोल नाका होते हुए पलवल में केएमपी हाईवे से उतरने का पता चला. हालांकि, पलवल से आगे बदमाशों ने भागने के लिए मुख्य सड़क के बजाय ग्रामीण सड़कों का उपयोग किया था.  ग्रामीण इलाकों में सीसीटीवी कैमरों की अनुपलब्धता के कारण टीम सदस्यों को करीब 500 गांवों में कैमरे ढूंढने पड़े. कड़ी मेहनत के बाद बदमाशों का वाहन स्कॉर्पियो पलवल से होकर टप्पल होते हुए अलीगढ़ की तरफ जाने की जानकारी मिली. इस पर अलीगढ़ शहर में सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए तो करीब 100 सीसीटीवी कैमरे चेक करने के बाद स्कॉर्पियो गाड़ी की नम्बर प्लेट व हुलिया बदलकर अलीगढ़ बस स्टैंड पार्किंग में खड़ी करने और वहां से 2 दिन बाद स्कॉर्पियो गाड़ी को ले जाने की जानकारी मिली. इस दौरान पता चला कि आरोपी खुर्जा-बुलंदशहर, दादरी होते हुए गाजियाबाद में प्रवेश किया है. टीम सदस्यों को गाजियाबाद में स्कॉर्पियो गाड़ी हिंडन रिवर डीडी पार्किंग में खड़ी मिली, जिसकी दिन व रात्रि में निगरानी करते हुए गाड़ी के गाजियाबाद में आने व जाने के रास्तों के सीसीटीवी कैमरों से उस गाड़ी का चन्द्रलोक कॉलोनी, नत्थू चौक के पास शाहदरा दिल्‍ली में आने-जाने की जानकारी डीएसटी 1 टीम द्वारा ज्ञात किया गया. जिस पर कॉलोनी के आसपास के रहवासियों से गुप्त रूप से सूचना प्राप्त की गई तो उक्त स्कार्पियो गाड़ी से आने जाने वाले लड़कों का घर चिन्हित किया गया और टीम सदस्यों को गुप्त रूप से कमरे में भेज कर महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त की गई. 

इसके बाद अब तक किए गए काम की खुद पुलिस अधीक्षक ने भिवाडी से गाजियाबाद पहुंचकर समीक्षा की. इसके साथ ही साइबर सेल टीम को तकनीकी साक्ष्य जुटाने हेतु निर्देशित किया गया, जिस पर साइबर सेल भिवाड़ी द्वारा तकनीकी विश्लेषण किया गया. इसके आधार पर दो संदिग्ध बदमाशों को नेपाल बॉर्डर रानीगंज थाना भीमनगर जिला सुपौल, बिहार ग्राम बहिया बहरामपुर जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश से ढूंढ निकाला गया. नेपाल बॉर्डर की दूरी अधिक होने तथा बदमाशों के नेपाल भाग जाने की संभावना को मध्यनजर रखते हुए एक टीम को  जितेंद्र सिंह पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में हवाई जहाज से रानीगंज बिहार, एक टीम को  मुकेश कुमार उपनिरीक्षक के नेतृत्व में ग्राम बहिया बहरामपुर जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश रवाना किया. दोनों टीमों की ओर से नियत गांव में पहुंचकर दबिश का स्थान चिन्हित कर लेने के बात तीनों स्थानों पर एक साथ दबिश दी गई. एक टीम द्वारा नेपाल बॉर्डर से मात्र 200 मीटर अन्दर दो अभियुक्तों जमील अख्तर सुब्हानी तथा मुकेश को नेपाल बॉर्डर की तरफ भागते हुए पकड़ लिया गया. वहीं, दूसरी टीम ने एक अभियुक्त सत्यम शुक्ला को पुलिस टीम को देखकर भागते हुए पकड़ लिया गया. भिवाड़ी के एएसपी अतुल साहू के नेतृत्व में बदमाशों की महिला सहयोगी महारानी को दबोचा गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों में जमील अख्तर सुब्हानी पुत्र सफीक आलम उम्र 29 साल जाति सिद्दीकी नूरी मस्जिद के पास आटकुशल थाना चोपड़ा जिला उत्तर दिनाजपुर पश्चिम बंगाल, मुकेश कुमार पुत्र  प्रदीप महता जाति कुशवाह उम्र 23 साल निवासी दुर्गा मंदिर के सामने बसमतिया थाना नरपतगंज जिला अररिया, बिहार ,सत्यम शुक्ला पुत्र  रजनीश शुक्ला जाति ब्राह्मण उम्र 22 साल निवासी शिव मंदिर के पास बहरामपुर ग्राम पंचायत बहिया बहरामपुर थाना लहरपुर जिला सीतापुर उत्तर प्रदेश, उमारानी पुत्री नंदलाल सक्सेना जाति राजवंशी उम्र 22 साल निवासी म. न. 501, गली न0 2, चन्द्रलोक सोसायटी, थाना मानसरोवर पार्क, शाहदरा दिल्ली शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि शेष राशि को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं.

Source : Ajay Sharma

bank robbery bank robbery in alwar alwar axis bank robbery alwar bank robbery news
Advertisment
Advertisment