Aginipath Scheme: केंद्र सकरार की अग्निपथ योजना के खिलाफ राजस्थान का युवा विरोध के अग्निपथ पर चल पड़ा है. इस कड़ी में आज जयपुर से लेकर प्रदेश के करीब 17 जिलों में विरोध प्रदर्शन हुवे नयी सेना भर्ती योजना का विरोध कर रहे युवाओं को राष्ट्रिय लोकतान्त्रिक पार्टी का भी साथ मिला. विरोध प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने अग्निपथ योजना के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हाल ही में सेना की हुई भर्ती को पुन बहाल करने की मांग की गयी. विरोध प्रदर्शन के दौरान कई जिलों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई . जिसके चलते पुलिस को इन्हें लाठीचार्ज करके खदेड़ना पड़ा.
यह तस्वीर है राजस्थान में हो रहे अग्निपथ स्कीम के विरोध की. शहर- शहर आक्रोशित युवा सड़कों पर उतरे. जमकर नारेबाजी, पुलिस से मुठभेड़, तो कहीं लाठी चार्ज. यह तस्वीरे विरोध प्रदर्शन के दौरान आम रही. राजस्थान में केंद्र सरकार की 'अग्निपथ' योजना का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। अब यह विरोध जयपुर से निकलकर पूरे प्रदेश में फैल गया है। सेना भर्ती का इंतजार कर रहे युवाओं को यह शॉर्ट टर्म योजना मानों रास नहीं आ रही है। पहले दिन जहाँ विरोध जयपुर तक सिमित रहा वहीँ दुसरे दिन जोधपुर, अजमेर, सीकर, भीलवाडा सहित करीब 17 जिलों में प्रदर्शन नज़र आया .,भीलवाडा, सीकर और जोधपुर में तो पुलिस को लाठी चार्ज करके इन्हें खदेड़ना पड़ा. बेरोजगार युवाओं की माने तो युवाओं ने बताया- केंद्र की इस योजना से हमारे साथ धोखा हुआ है। अब सेना में ठेका कर्मियों के समान चार साल की नौकरी मिलेगी। दूसरी तरफ तीन साल से सेना भर्ती बंद होने के बावजूद युवा रोजाना भर्ती रैली की तैयारी में जुटे थे। ऐसे में केंद्र सरकार को इस योजना को बंद कर पहले की तरह भर्ती प्रक्रिया को शुरू करना चाहिए।
जयपुर में जिला कलेक्ट्रेट पर सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया जिन्हें RLP का भी साथ मिला . वहीँ अजमेर में विरोध कर रहे कुछ युवाओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया और थोड़ी देर बाद छोड़ दिया। अजमेर के साथ सीकर में सैकड़ों युवकों ने विरोध जताया और तोड़फोड़ भी की। सीकर में डाक बंगला से कलेक्ट्रेट तक आक्रोश रैली निकाली गई। जमकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट परिसर के सामने डिवाइडर पर लगे बैनर युवाओं ने तोड़ दिए। कोबरा टीम को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। जोधपुर में बड़ी संख्या में युवक एकाएक सड़क पर उतर पड़े. 100 से भी अधिक युवक रातानाड़ा में नारेबाई करते हुवे जमा हो गए,और जुलूस के रूप में युवक नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। युवक व पुलिस आमने-सामने डटे और पुलिस को इनके खिलाफ सख्ती भी करनी पड़ी. जैसलमेर और झुंझुनूं से भी योजना के विरोध की खबर आ रही है। ख़ास बात यह है की बेरोजगार युवकों को विरोध की इस मुहीम में कई पूर्व सैनिकों का भी साथ मिला.
जाहिर है की राजस्थान के हर साल एक लाख से भी ज्यादा युवक सेना अभी भर्ती रैली में शामिल होते हैं. अकेल शेखावटी संभाग में करीब 60 हजार युवा सेना भर्ती की तैयारी कर रहे हैं। जिनमे से पिछले दो साल से भर्ती रैलियां नहीं होने के चलते करीब 12 हजार युवा ओवरएज हो चुके हैं। ऐसे में इस नयी योजना को लेकर अब युवको का आक्रोश और भी बढ़ गया है. जो आने वाले दिनों में सरकार के लिए भी परेशानी का बड़ा सबब साबित हो सकता है.
Source : Lal Singh Fauzdar