राजस्थान (Rajasthan) में इस साल होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot) सोमवार से राज्य के मारवाड़ क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन की शुरुआत करने जा रहे हैं. कांग्रेस (Congress) आलाकमान को एक स्पष्ट संदेश भेजने के इच्छुक टोंक विधायक सचिन पायलट इस सप्ताह राजस्थान के नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली और राजधानी जयपुर में विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से मुलाकात करने के साथ-साथ किसान सम्मेलन भी करेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि पायलट खेमा इस रेगिस्तानी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर कांग्रेस आलाकमान के फैसले लेने में देरी को लेकर नाखुश है. पायलट शीर्ष नेताओं को यह समझाने की लगातार कोशिश कर रहे थे कि अगर पार्टी राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करना चाहती है, तो जल्द ही शीर्ष नेतृत्व में बदलाव लाना होगा. गौरतलब है कि दो दशकों से अधिक समय से कांग्रेस राज्य में लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बना सकी है.
पायलट के राजनीतिक भविष्य के लिए खासे अहम हैं राजस्थान में विधानसभा चुनाव
पायलट ने पिछले साल एक मीडिया हाउस की कॉन्क्लेव में दावा किया था कि वह चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर जल्द फैसला करे. उन्होंने यह भी उल्लेख किया था कि पिछले साल सितंबर में होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी जल्द होनी चाहिए. हालांकि ऐसा नहीं होने के बाद मुख्यमंत्री की कमान संभालने के इच्छुक सचिन पायलट ने बीते दिनों घोषणा कर दी कि वह इस चुनावी वर्ष में जनसभाओं के माध्यम से लोगों तक पहुंचेंगे. पायलट ने कहा, 'मैं राजस्थान के विभिन्न जिलों में लोगों और कार्यकर्ताओं के बीच रहूंगा.' गौरतलब है कि आसन्न राजस्थान विधानसभा चुनाव सचिन पायलट के राजनीतिक भविष्य के लिहाज से खासे अहम साबित होने वाले हैं.
I will be among people and workers in various districts of Rajasthan.
— Sachin Pilot (@SachinPilot) January 12, 2023
The schedule for public meetings and interactions is as follows:
16 January - Nagaur
17 January - Hanumangarh
18 January - Jhunjhunu
19 January - Pali
20 January - Jaipur pic.twitter.com/iPvv5PFKtJ
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20 जनवरी तक चलेगा जनसंपर्क का दौर
पायलट 16 जनवरी को नागौर की जनसभा से शुरुआत कर प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में जनसभा के अलावा लोगों से संवाद करेंगे. नागौर के बाद 17 जनवरी को हनुमानगढ़, 18 जनवरी को झुंझुनू, 19 जनवरी को पाली और 20 जनवरी को जयपुर में उनका किसान सम्मेलन होगा. साथ ही इस दौरान वह विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से भी मेल-मुलाकात करेंगे. गौरतलब है कि राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सितंबर की सीएलपी बैठक कथित रूप से पटरी से उतर गई थी. राजस्थान सरकार में मंत्रियों सहित पार्टी के कई विधायकों ने राजस्थान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आधिकारिक आवास पर एक अलग बैठक की थी. यही नहीं, अशोक गहलोत के समर्थन में विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा तक सौंप दिया था.
HIGHLIGHTS
- नेतृत्व में बदलाव के फैसले में देरी से आलाकमान से नाखुश है पायलट खेमा
- कांग्रेस दो दशकों से अधिक से लगातार दूसरी बार सरकार नहीं बना सकी है
- सचिन पायलट किसान सम्मेलन के जरिये दिखाएंगे अपनी जमीनी ताकत