राजस्थान के सीकर जिले में अपराधियों के हौंसले इस कदर बुलंद हैं. बदमाशों के हौंसले का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कुछ दिन पहले कांस्टेबल और शहर कोतवाल की हत्या करने वाले बदमाशों के साथियों ने अब आबकारी टीम हमला कर दिया. अवैध शराब पकड़ने गई आबकारी विभाग की टीम पर बदमाशों ने हमला बोल दिया और गाड़ी को भी तोड़ दिया.
दबिश देने गई आबकारी टीम को यहां से जान बचाकर भागना पड़ा. जानकारी के मुताबिक फतेहपुर थाना इलाके के अठवास गांव में आबकारी टीम इंस्पेक्टर आशुतोष बगड़िया के नेतृत्व में दबिश देने गई थी. टीम को सूचना मिली थी कि यहां गांव में हार्डकोर बदमाश अनिल उर्फ फौजी और उसका साथी भंवर लाल अवैध शराब बेच रहे हैं.
आबकारी टीम ने दबिश देकर दोनों को पकड़ लिया. इसी दौरान बदमाशों ने अपने कुछ अन्य साथियों को बुला लिया और उन लोगों ने आते ही दोनों को आबकारी टीम से छुड़ा लिया. इसके बाद सभी बदमाशों ने मिलकर आबकारी टीम पर हमला कर दिया और गाड़ी तोड़ दी. आबकारी टीम ने फोन कर अपनी दूसरी गाड़ी को बुलाया जो गांव के बाहर ही खड़ी थी और इसके बाद आबकारी के अधिकारी जान बचाकर वहां से भागे. उन्होंने फतेहपुर सदर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया, जिसके बाद पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
गौरतबल है कि फतेहपुर इलाके में इस तरह के हार्डकोर बदमाश लगातार वारदात को अंजाम दे रहे हैं. उसके बाद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, जिन बदमाशों ने पुलिस टीम पर हमला किया. उनमें से एक आरोपी अनिल उर्फ फौजी हिस्ट्रीशीटर है. यह आरोपी फतेहपुर में शहर कोतवाल मुकेश कानूनगो और कॉन्स्टेबल रामप्रकाश की हत्या करने वाले बदमाशों जगदीप उर्फ धनकड़ और अजय चौधरी का साथी है. उनके साथ कई वारदातों में लिप्त रहा है. लेकिन इसके बाद भी पुलिस इन को पकड़ नहीं पाई और यह खुलेआम गांव में शराब बेच रहा था.
Source : News Nation Bureau