राजस्थान के अलवर में अवैध रूप से संचलित हो रहे क्लीनिक और टेस्टिंग लैब के खिलाफ प्रशासन एक्शन मोड में है. यहां हाल ही में गलत इंजेक्शन के चलते एक 14 माह के मासूम बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. यहां अवैध रूप से संचलित हो रहे क्लीनिक को सीज कर दिया गया. इतना ही नहीं संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और अवैध रूप से चल रही चार जांच लैब को भी बंद कर दिया. प्रशासन का कहना है कि आरोपियों को बिल्कुल भी बख्शा नहीं जाएगा.
क्लीनिक को किया सील
सूचना के मुताबिक मामला रैणी के नसिया तिराहे पर स्थित एक निजी क्लिनिक का है. यहां शुक्रवार को 14 माह के मासूम बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाया गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए रैणी सीएचसी प्रभारी और तहसीलदार ने मिलकर क्लिनिक पर कार्रवाई की. मौके से दवा और चिकित्सा उपकरण जब्त किए गए. साथ ही क्लिनिक को सील कर दिया गया.
बीसीएमओ डॉक्टर रामस्वरूप मीणा ने बताया कि बच्चे की मौत के बाद चार सदस्यीय जांच दल ने पीड़ित परिवार से बात की. परिजनों ने कृष्णा चाइल्ड हॉस्पिटल पर गलत इलाज का आरोप लगाया. जांच के बाद अस्पताल को सीज कर दिया गया.
इधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इस क्लिनिक का पहले भी अवैध रूप से संचालन हो रहा था और कुछ दिन पहले ही इसे बंद भी करवाया गया था. बावजूद इसके बिना अनुमति फिर से क्लिनिक खोला गया और मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया था. घटना के बाद से क्लिनिक संचालक फरार है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
14 माह के बच्चे की गई थी जान
इसके अलावा अवैध रूप से क्षेत्र संचलित हो रही चार जांच लैब को भी सील कर दिया गया. ये लैब्स बिना लाइसेंस और किसी अन्य सुविधा के धड़ल्ले से चलाई जा रही थीं. विभाग को लंबे समय से इन लैब्स की शिकायतें मिल रही थीं. जांच में यह बात भी सामने आई कि ये लैब बिना किसी सरकारी अनुमति के संचालित हो रही थीं. इस घटना ने रैणी क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल स्थानीय प्रशासन इस मामले पर नजर गढ़ाए हुए है ताकि कुछ भी दोबारा ऐसा दोहराया न जा सके.