Advertisment

अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को लेकर कहा- मासूम चेहरा, हिंदी-अंग्रेजी पर कमांड और.....

अशोक गहलोत और सचिन पायलट अब आमने -सामने आ गए हैं. अशोक गहलोत लगातार सचिन पायलट पर हमला रहे हैं. सोमवार को उन्होंने सचिन पायलट पर बेहद ही तीखा हमला किया.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
Sachin Pilot vs Ashok Gehlot

अशोक गहलोत और सचिन पायलट ( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

अशोक गहलोत और सचिन पायलट अब आमने -सामने आ गए हैं. अशोक गहलोत लगातार सचिन पायलट पर हमला रहे हैं. सोमवार को उन्होंने सचिन पायलट पर बेहद ही तीखा हमला किया. हालांकि अभी तक सचिन पायलट ने अशोक गहलोत के वार पर पलटवार नहीं किया है. अशोक गहलोत ने मीडिया से बातचीत की.

सवाल - हाईकोर्ट सुनवाई करेगा वरना सुप्रीम कोर्ट जाएंगे आप?

जवाब - ये नौबत ही क्यों आई कि हमारे अपने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पायलट साहब जो 7 साल तक रहे, 7 साल तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष रखना बड़ी बात होती है. राहुल गांधी जी का सोनिया गांधी जी का कितना विश्वास उनके ऊपर था, जिस रूप में उन्होंने पिछले 6 महीने से conspiracy की जिस रूप में, पार्टी को कैसे अलग होकर भारतीय जनता पार्टी के सहयोग से, या तो जॉइन करें या टॉपल करें सरकार को, थर्ड फ्रंट बना लेंगे. जब हमारे विधायकों ने कहा हम भारतीय जनता पार्टी में नहीं जाएंगे तो कहा गया कि हम थर्ड फ्रंट बनाते हैं, आप इस्तीफा देंगे आपके सामने कोई खड़ा नहीं होगा. बीजेपी का ये हमने वादा ले लिया उनसे और alliance गवर्नमेंट बनेगी. बिहार की तरह हम कर लेंगे. जो एक नौजवान साथी हमारा 26 साल की उम्र में मेंबर ऑफ पार्लियामेंट बने, केंद्रीय मंत्री बन जाए और आप कल्पना करो कि आप 32 साल-34 साल-35 साल 36 साल में आप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बन जाओ, डिप्टी सीएम बन जाओ, उसके बाद में 10-12 साल के गेम में आप सबकुछ बन गए, ऐसा बहुत कम होता है.

इसे भी पढ़ें:सचिन पायलट को निकम्मा कहने पर भड़के समर्थक, सीएम गहलोत का फूंका पुतला

उसके बाद में जिस रूप में उन्होंने खेल खेला, वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी को यकीन नहीं होता था जब मैं बात करता था कि कॉन्सिपरेसी चल रही है राजस्थान के अंदर सरकार को टॉपल करने की, तो किसी ये यकीन नहीं होता था कि ये व्यक्ति ये काम कर सकता है, मासूम चेहरा, हिंदी-इंग्लिश पर अच्छी कमांड बोलने की, मीडिया को इंप्रेस कर रखा है पूरे कंट्री के अंदर और जैसे कि मैंने बहुत मेहनत की है और कांग्रेस का राज लेकर आ गए राजस्थान के अंदर, वो तो राजस्थान की जनता जानती है कि कितना कॉन्ट्रिब्यूशन उनका था,. हमने फिर भी कभी क्वेश्चन नहीं किया उनके ऊपर कि आप कितनी रगड़ाई करवा रहे हो, कितना काम कर रहे हो हमने क्वेश्चन नहीं किया पार्टी के इंटरेस्ट के अंदर. हम जानते थे यहां क्या हो रहा था, कुछ नहीं हो रहा था, क्वेश्चन नहीं किया. नंबर तीन 7 साल के अंदर एकमात्र राजस्थान राज्य हिंदुस्तान के अंदर होगा जिसने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को बदलने की मांग नहीं की, न सीनियर्स ने न जूनियर्स ने. एक छोटी खबर नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को हटाना चाहिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से. हम जानते थे ये निकम्मा है..नाकारा है..संगठन की दृष्टि से, कुछ काम नहीं कर रहा है, खाली लोगों को लड़वा रहा है. मेरे साथ हो कि नहीं हो, मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मैं यहां कोई सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं मुख्यमंत्री बनने आया हूं, तय कर लो कल तो तुम अशोक गहलोत के घर खड़े थे, परसों तुम एआईसीसी में सीपी जोशी के कमरे के बाहर खड़े थे, मैं कैसे विश्वास तुम्हारे ऊपर करूं? इस लैंग्वेज में वो सात साल निकाले हैं, फिर भी राजस्थान में हमारा कल्चर ऐसा है, हम नहीं चाहते हैं कि दिल्ली में लगे कि राजस्थान वाले आपस में लड़ाई लड़ रहे हैं, एक शब्द किसी ने नहीं बोला उनके खिलाफ में, इतना उनका मान-सम्मान रखा. कैसे सम्मान दिया जाता है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को वो मैंने सबको सिखाया है राजस्थान के अंदर, कैसे प्रदेश अध्यक्ष जी आएं तो खड़े होना चाहिए हम लोगों को, उम्र पीछे है पद बड़ा होता है गरिमा का, ये तमाम कल्चर मैंने सिखाया है यहां के नेताओं को, मान-सम्मान दिया पूरा, सब-कुछ किया. वो व्यक्ति कांग्रेस की पीठ के अंदर छुरा  घोंपकर जाने के लिए तैयार हो जाए, ये जो खेल अभी हुआ है ये 10 जून को होता. 19 को चुनाव थे राज्यसभा के, 10 जून को रात को 2 बजे गाड़ियां रवाना हो रही हैं यहां पर मानेसर के लिए, सुबह राजेश पायलट साहब की पुण्यतिथि थी, मूर्ति पर माल्यार्पण होगा, कुछ लोग वहां से जाएंगे सीधे एयरपोर्ट जाएंगे और आगे चले जाएंगे. उस कॉन्सिपरेसी को मैंने एक्सपोज़ किया, सबको बुलाया, उस वक्त भी 10 दिन रहना पड़ा होटल के अंदर, अच्छी बात है क्या? ये अच्छी बातें नहीं हैं. सुनिए, इस रूप में ये पूरा खेल चला है. अब मैं पूछना चाहता हूं एआईसीसी अध्यक्ष बनने की जब ख्वाहिश देखे तो मुंबई का कॉर्पोरेट हाउस जो है, मुंबई के कॉर्पोरेट हाउसेज़ के लोग उनको स्पॉन्सर करे, अध्यक्ष एआईसीसी का बने, स्पॉन्सरशिप मुम्बई से हो रही है कॉर्पोरेट हाउसेज की, क्योंकि आप कॉर्पोरेट मिनिस्टर रहे हुए थे. अभी वकील साहब बोल रहे थे लंदन से, कौन हैं वकील वो? हरीश साल्वे जी लंदन से, किसके वकील हैं? कॉर्पोरेट हाउसेज के वकील बने हैं. इनकी फीस कितनी होती है? एक पेशी की 50 लाख होती है, 40 लाख होती है, 30 लाख होती है, वो लोग हैं. दूसरे वकील कौन हैं? मुकुल रोहतगी साहब, अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया और बीजेपी के एक खास चहेते, वो खड़े हैं यहां पर, उनकी फीस भी 50-40 लाख है, ये पैसा कहां से आ रहा है? क्या पायलट साहब जेब से दे रहे हैं पैसा?

सवाल - कहां से आ रहा है सर पैसा?

जवाब - ये पूरी कॉर्पोरेट हाउसेज लगी हुई हैं. इस देश के कॉर्पोरेट घराने कई ऐसे हैं जो नहीं चाहते, मोदी जी को खुश करने के लिए बीजेपी को खुश करने के लिए षड्यंत्र हो रहा है. इसलिए मैं कहना चाहूंगा, ये षड्यंत्र बड़ा षड्यंत्र है कांग्रेस सरकार को टॉपल करने का, उसमें कई शक्तियां काम कर रही हैं. इनकम टैक्स के छापे पड़ गए, खबर आ गई थी 2 दिन पहले मेरे पास, मुख्यमंत्री के चहेते, जो मिलने वाले लोग हैं, उनके ऊपर छापे पड़ेंगे और उन्हीं के ऊपर छापे पड़े और आप देख लीजिए कि इतना गुंडागर्दी हो रही है देश के अंदर चाहे वो आपके सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी हो, ऐसा इतिहास में 70 साल में कभी नहीं हुआ तब जाकर देश में लोकतंत्र मजबूत हुआ था आज तक और जिस रूप में ये खेल चल रहा है देश के अंदर, उसमें मैं फिर कहूंगा आप लोगों के बारे में, मीडिया की भूमिका बहुत बड़ी होती है, चौथा स्तंभ होता है वो, डेमोक्रेसी को बचाने की भूमिका मीडिया की कम नहीं होती है. अगर राजनीतिज्ञों की होती है तो उनकी भी होती है. तो कृपा करके आप इन बातों को समझो.

और पढ़ें: IBM के CEO से PM नरेंद्र मोदी ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात

अब कल राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनिया साहब गए दिल्ली, सबको मालूम है, आंखों-देखे हाल की तरह गए थे, रातों रात कॉन्सिपरेसी के अंदर शामिल होकर वापस आ गए और सुबह मीडिया को कह रहे हैं, खंडन कर रहे हैं कि हम तो दिल्ली गए ही नहीं. अरे झूठ बोलने की जरूरत ही क्या है आपको? ये झूठ इसलिए बोला गया, पायलट साहब भी हमारे जयपुर से छिपकर ही जाते थे, उनसे सीखकर ही ये काम कर रहे हैं झूठ बोलने का, पायलट साहब खुद गाड़ी चलाकर जाते थे, हमारी सब जो है पुलिस का, सिक्योरिटी छोड़कर जाते थे, अकेले जाते थे और वो ही काम ये दोनों कर रहे हैं, तो छिपकर रहने की जरूरत क्या है? छिपकर काम जो करेगा वो हर काम गलत ही होगा, ये मैं कहना चाहता हूं आपको. पूरा बीजेपी खेल खेल रही है सबको मालूम है, किस प्रकार उनको रखा गया है सबको मालूम है, तो इस प्रकार, सबके मोबाइल ले लिए गए हैं वहां पर. हमारे यहां पर जो लोग हैं उन लोगों के मोबाइल तो फ्री हैं, किसी से बात करो, कोई आओ-जाओ कोई दिक्कत नहीं है और वो लोग जो हैं बंद हैं, बंधक बना दिया, उनमें से कई लोग आना चाहते हैं हमारे यहां, टेलीफोन उनके आ रहे हैं, रो रहे हैं, आंखों से आंसू निकाल रहे हैं, कोई कह रहा है मैं अपने नाई से टेलीफोन लेकर बात कर रहा हूं, मेरा टेलीफोन छीन लिया गया है, कोई कह रहा है मैं वेटर से टेलीफोन लेकर बात करना चाहता हूं, इस प्रकार के हालात वहां हैं. हमारे यहां कोई भी आओ-जाओ टेलीफोन अपने-अपने सबके पास हैं.

सवाल - वेद प्रकाश सोलंकी जी के पिता भी कह रहे हैं बच्चे को रख लिया गया है वहां पर, वो आना चाहता है ?

जवाब - यही तो मैं कह रहा हूं आपको, जिस रूप में ये खेल खेला गया है, मैं समझता हूं कि ये बहुत दुर्भाग्य का खेल है और एक नौजवान साथी ने, एक उम्मीद करते थे कि ये व्यक्ति जो है कांग्रेस की एसेट साबित होगा, उस आदमी ने वहां बाउंसर लगा रखे हैं, बाहर नहीं निकल सकता है कोई आदमी, इस प्रकार के खेल में ये सब कुछ मामला चल रहा है और इस बात का मुझे दुःख है कि आज राजस्थान की सरकार शानदार काम किया कोरोना के अंदर, पूरे देश के अंदर लोग उसको एप्रिशिएट कर रहे हैं, राजस्थान की जनता एप्रिशिएट कर रही है कि हमारी जिंदगी को बचा लिया, यहां जीवन और आजीविका का सवाल है, शानदार मैनेजमेंट हो रहा है, उसके अंदर आप इस प्रकार की हरकतें करो, कोरोना की लड़ाई लड़ें या जो ये टॉपल हो रही है गवर्नमेंट उसकी लड़ाई लड़ें? अगर इनको कोरोना चल रहा था मध्यप्रदेश में तब भी इन्होंने ये खेल खेला और वहां इतना फैल गया है कि आउट ऑफ कंट्रोल हो गया, यहां पर भी ये चाहते हैं कि कांग्रेस की बदनामी कैसे हो कोरोना के अंदर? शानदार काम कर लिया इसलिए चाहते हैं कि कैसे बदनामी हो, ये पूरा षड्यंत्र चल रहा है, ये मैं कहना चाहता हूं.

सवाल - सर गिर्राज मलिंगा ने कहा है कि 35 करोड़ का सचिन पायलट ने ऑफर दिया था मुझे भी, बीजेपी की इसमें कोई गलती नहीं है, यहां पर सचिन पायलट ने ही बुलाकर कहा था?

जवाब - खेल पहले से चल रहे थे, कुछ जिम्मेदारी पायलट साहब की थी तो ऐसे मलिंगा साहब की तरह कई मिल जाएंगे कहने वाले आपको, अगर आप रिसर्च करोगे ना, आंखें खुल जाएंगी हिंदुस्तान के अंदर कि एक पीसीसी प्रेसीडेंट खुद की पार्टी का हैड खुद की पार्टी को डुबाने के लिए, सरकार टॉपल करने के लिए लगा, इतिहास में ऐसा कभी नहीं सुना होगा कि कोई पार्टी का हैड खुद ही अपनी सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र करे ऐसा आज तक मैंने कभी सुना नहीं. ये इनका चरित्र-चाल-चेहरा देश के सामने आ गया है.

सवाल - सर मलिंगा ने जिस तरह से कहा है कि आपको भी उसी टाइम पर इन्फॉर्म कर दिया गया था कि इस तरह के ऑफर्स मिल रहे हैं तो आपने इतनी देर क्यों की एक्शन लेने में, क्या आपको नहीं लगता कि सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लेने में?

जवाब - देर की इसीलिए सरकार बच गई हमारी और इनको, हमारे होटल का बिल तो कांग्रेस पार्टी देगी, उनके बिल कौन देंगे पूछो उनको.

सवाल - सर न्यायालय में मुकदमा चल रहा है ?

जवाब - न्यायालय में हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा और ये मेज्योरिटी हमारे साथ में है, हमें कोई दिक्कत नहीं है, उनकी पार्टी के लोग समझ गए हैं. 40 से ज्यादा सुन रहे हैं कि उनकी पार्टी के लोगों ने कह दिया है ये कदम सरकार का आत्मघाती साबित होगा भविष्य की राजनीति के लिए बीजेपी के लिए. ये कदम जो उठाए जा रहे हैं कि कांग्रेस के कुछ नेताओं से मिलकर जो राजनीति हो रही है, ये कदम बीजेपी के लिए आत्मघाती होगा आगामी चुनाव के लिए भी, ये चाहे वो वसुंधरा राजे सिंधिया का नाम सुनते हैं, कैलाश मेघवाल का सुनते हैं या वो सिंघवी साहब हैं उनका नाम सुनते हैं या कई नेता ऐसे हैं बहुत ही मेच्योर हैं, समझदार हैं, अनुभवी हैं वो कहते हैं कि इस प्रकार की हॉर्स ट्रेडिंग पहले भी करवाई गई थी भैरोंसिंह शेखावत जी के वक्त में, मैं वो था जो पीवी नरसिम्हा राव जी पास गया, जो हमारे प्रधानमंत्री थे, ये ही भंवरलाल शर्मा थे उस वक्त में भी, मेरे पास भी आए थे, मैंने कहा मैं ऐसे कामों में शरीक नहीं हूं. एक मुख्यमंत्री बीमार है, जा रहा है अमेरिका और पीछे से आप सरकार बदलने के लिए षड्यंत्र करो, मैं बलिराम भगत जी के पास गया और हमने कहा हमारी पार्टी साथ नहीं देगी इनका, एक तो वो वक्त था और आज बीजेपी के कुछ नेता स्थानीय दिल्लीवालों को भी इम्प्रेस करने के लिए नाटक कर रहे हैं, जो सबके सामने आ चुका है.

सवाल - सर फ्लोर टैस्ट के लिए जाएंगे आप?

जवाब - ये तो क्या होना है आप सब जानते हैं, हाई कोर्ट का निर्णय भी आएगा, विधानसभा भी चलेगी, सारे निर्णय भी होंगे, सत्यमेव जयते, नमस्कार.

Source : News Nation Bureau

rajasthan sachin-pilot Ashok Gehlot
Advertisment
Advertisment