राजस्थान की भजन लाल शर्मा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. उन्होंने गजेंद्र सिंह शेखावत फोन टैपिंग मामले में केंद्र सरकार के खिलाफ दर्ज याचिका को वापस ले लिया है. बता दें कि केंद्र सरकार के खिलाफ यह याचिका अशोक गहलोत की सरकार ने दायर की थी. दरअसल, शेखावत ने गहलोत खेमे के खिलाफ फोन टैपिंग का मामला दर्ज कराया था. जिस जांच को केंद्र की एजेंसी द्वारा रोकने को लेकर गहलोत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करते हुए अपील की थी कि इसकी जांच दिल्ली पुलिस की जगह राजस्थान पुलिस को सौंपनी चाहिए. जिस पर राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इस याचिका को वापस ले लिया है. अब फोन टैपिंग मामले में केंद्र की एजेंसी ही राजस्थान में आकर जांच करेगी. बता दें कि सितंबर महीने में इस मामले में सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर सकती है.
अशोक गहलोत की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
भजन लाल सरकार ने रविवार को तत्कालीन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से जुड़े फोन टैपिंग मामले के संबंध में केंद्र सरकार के खिलाफ पिछली अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक आवेदन दायर किया गया था. वहीं, अपर महाधिवक्ता शिव मंगल शर्मा ने आवेदन दायर कर कहा कि मुकदमे में कोई दम नहीं है और साथ ही मुकदमे को वापस लेने की सिफारिश की थी. जिसके बाद राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार के खिलाफ दायर मुकदमा वापस ले लिया.
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जानें क्या है गजेंद्र सिंह शेखावत फोन टैपिंग मामला?
इस मुकदमे को पूर्व सीएम गहलोत ने दायर किया था. आपको बता दें कि संविधान के अनुच्छेद 131 के तहत दायर दर्ज की गई थी. वहीं, दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की शिकायत के आधार पर कथित फोन टैपिंग मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी. शेखावत ने शिकायत दर्ज कर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा और अन्य के खिलाफ कथित तौर पर आपराधिक साजिश के तहत और गैरकानूनी तरीके से टेलीग्राफिक सिग्नल को बाधित करने का आरोप लगाया था. फोन टैपिंग का मामला तब सामने आया था, जब पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों ने गहलोत के नेतृत्व के खिलाफ बगावत की थी, जिसके बाद कथित तौर पर शेखावत और कांग्रेस नेताओं के बीच टेलीफोन पर बातचीत के ऑडियो क्लिप सामने आए थे. तब गहलोत के खेमे ने आरोप लगाया था कि भाजपा नेता राज्य सरकार को गिराने के लिए खरीद-फरोख्त में शामिल थे.
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HIGHLIGHTS
- राज्य सरकार ने केस लिया वापस
- गजेंद्र सिंह शेखावत फोन टैपिंग का मामला
- अशोक गहलोत की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
Source : News Nation Bureau