राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड जीत हासिल की है, जिसके बाद से प्रदेश में सीएम पद को लेकर चर्चा तेज हो गई है. फिलहाल पार्टी की तरफ से इसे लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है, बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में राजस्थान समेत अन्य दोनों राज्य मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीएम का नाम फाइनल कर दिया जाएगा, जिसके लिए पार्टी द्वारा पर्यवेक्षक की नियुक्ति भी कर दी गई है. इसी बीच खबर है कि, राजस्थान के अलवर सीट से सांसद रहे बाबा बालकनाथ ने भी अपनी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है, लिहाजा कई राजनीतिक पंडित इसे बाबा बालकनाथ की मुख्यमंत्री दावेदारी के तौर मुहर मान रहे हैं...
गौरतलब है कि, राजस्थान के रण में कांग्रेस को मात देकर जबरदस्त जीत के साथ ही भाजपा ने सत्ता में वापसी की है. इसके बाद से ही प्रदेश में लगातार सीएम चेहरे को लेकर सुगबुगाहट जारी है. जहां एक ओर कई दफा प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकीं वसुंधरा राजे, विधायक दल के साथ बैठक कर सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही है, वहीं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, दीया कुमारी जैसे नामों की भी चर्चा तेज है.
किसके सिर सजेगा सियासी ताज?
इसी दावेदारी की लंबी फेहरिस्त में एक नाम बाबा बालकनाथ का भी है, दरअसल खबरों में उन्हें उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्ट टू करार दिया जा रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा आलाकमान बाबा बालकनाथ को ही राजस्थान की सियासी बागडोर थमा सकते हैं, मसलन बाबा बालकनाथ का नाम बतौर राजस्थान के अगले सीएम के तौर पर देखा जा रहा है.
इसी बीच बाबा बालकनाथ का संसद सदस्यता से इस्तीफा इन खबरों को और हवा दे रहा है. बता दें कि अभी कुछ घंटे पहले की ही खबर है कि, विधानसभा चुनाव 2023 में बीजेपी की ओर से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनावी मैदान में उतरे सांसदों ने अपनी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इन सभी सांसदों ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को अपना इस्तीफा सौंप है, हालांकि राजनीतिक पंडितों को बाबा बालकनाथ के इस्तीफे का इंतजार था, जिसकी पुष्टी के बाद अब सभी इसे मुख्यमंत्री के दौड़ में बालकनाथ पर मुहर के तौर पर देख रहे हैं. हालांकि अभी भी अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान पर निर्भर करता है.
Source : News Nation Bureau