राजस्थान महिलाओं के साथ उत्पीड़न का केंद्र बना है. राजस्थान ने दुष्कर्म के मामलों में एक बेहद शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम किया, जिसमें वह पहले स्थान पर है. हर रोज बहू-बेटियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं सामने आ रही है. प्रदेश में महिलाओं और नाबालिगों के खिलाफ अत्याचार बढ़ रहे हैं. ताजा मामला राजस्थान के बारां जिले से सामने आया है, जहां एक महिला को बंधक बनाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया. यह मामला बारां जिले के सीसवाली इलाके का है.
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न्यूज नेशन से बातचीत में पीड़िता ने आपबीती सुनाई है. उसका आरोप है कि 1 जुलाई को गांव के 2 लोग उसको यह कहकर बाइक पर बैठाकर ले गए कि उसके माता-पिता ने उसे खेत पर बुलाया है. मगर आरोपी उसे पिता के पास ले जाने के बजाय चाकू के नोंक पर श्योपुर ले गए. पीड़िता की मानें तो आरोपियों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. इसके बाद जब वह उन हैवानों के चंगुल से छूटकर आई तो 7 अगस्त को सीसवाली पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई. मगर इस घटना को लेकर पुलिस कितनी संजीदा है, इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि अगस्त के बाद से अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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न्यूज नेशन से बातचीत में पीड़िता ने बताया कि आरोपियों की धमकी के बाद डर की वजह से अपने घर को छोड़ दिया है. उसका परिवार दो महीने से अपने रिश्तेदार के यहां रह रहा है. पीड़िता ने कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, पुलिस ने अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने रेप के बाद जबरन शादी के लिए साइन भी कराया था.
इसके साथ ही बारां की गैंगरेप पीड़िता ने हाथरस की घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस आलाकमान पर सवाल पूछा है. पीड़िता ने पूछा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी बारां क्यों नहीं आते हैं. पीड़िता ने यह भी कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उत्तर प्रदेश के लिए जाते हैं, मगर अपने ही राज्य के बारां में नहीं आते हैं. पीड़िता ने कहा कि मैं भी तो हाथरस जैसी बेटी हूं.
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करीब 2 महीने बीत जाने पर भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पीड़िता जिले के पुलिस अधीक्षक के पास भी अपनी गुहार लगा चुकी है. इससे पहले भी पीड़िता ने सीसवाली थाने में प्रार्थना पत्र दिया थी. मगर करीब 2 महीने बाद भी भी पुलिसवालों ने आरोपियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. अब महिला यह भी आरोप रही है कि उसे आरोपियों की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं.