राजस्थान के भीलवाड़ा में दीपवली पर एक हादसे से 2 परिवारों के दीपक बुझ गये. यहां आसींद थाना इलाके के नारायणपुर गांव में एक मावा फैक्ट्री में काम करते समय बॉयलर फटने से दो श्रमिकों की जान चली गई. इस तेज धमाके के कारण फैक्ट्री की छत टूटकर नीचे गिर गई.
धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोगों भी घबरा गए. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची आसींद थाना पुलिस ने दोनों युवकों के शवों को बाहर निकालकर अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया. एक ही गांव के दो युवकों की एक साथ मौत से पूरे पूरे गांव में मातम पसर गया.
हो सकती थी बड़ी अनहोनी
जानकारी के मुताबिक आसींद थानाप्रभारी बताया कि नारायणपुरा निवासी महादेव गुर्जर और राधेश्याम गुर्जर शुक्रवार रात को गांव में ही मावा फैक्ट्री में मावा बनाने का काम कर रहे थे. इसी दौरान बॉयलर ज्यादा गर्म होने के कारण तेज धमाके के साथ वह फट गया. इसके कारण दोनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. धमाके के कारण फैक्ट्री की छत भी टूटकर नीचे गिर गई. दिवाली होने के कारण अन्य श्रमिक छुट्टी पर गए हुए थे. अन्यथा हादसा का रूप और बड़ा हो सकता था.
फैक्ट्री में बन रहा था मावा
जांच में सामने आया कि फैक्ट्री में मावा बनाने की कुल 4 से 5 कढ़ाही लगी हुई थी. उनमें मावा बनाया जा रहा था. जैसे ही बॉयलर फटा तो कानों को फाड़कर रख देने वाला तेज धमाका हुआ. धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोगों में दहशत फैल गई. ग्रामीण फैक्ट्री की तरफ दौड़ पड़े. वहां के हालात देखकर ग्रामीण सहम गया. पुलिस ने दोनों हलवाइयों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया है.
6 महीने पहले ही हुई थी शादी
राधेश्याम गुर्जर की 6 महीने पहले ही शादी हुई थी. वह अपने परिवार में सबसे छोटा था. वहीं महादेव गुर्जर तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था. उसके दो बेटे और एक बेटी है. दोनों युवक मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे. दिवाली के दिन जब उनका परिवार खुशियां मना रहा था. उसी समय उनको हादसे की जानकारी मिली. इससे उनकी दिवाली की खुशियां मातम में बदल गई.