राजस्थान में एक बार फिर तुष्टिकरण को लेकर भाजपा के निशाने पर गहलोत सरकार है. इस बार मामला ताजिए को लेकर है. दरअसल भाजपा का आरोप है की हिन्दू समाज के पवित्र सावन माह में कावड़ यात्रा के लिए राजस्थान में कावंड यात्रियो पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रखे है. यहां तक की कांवड़ यात्रियों का रजिस्ट्रेशन जरुरी करके डीजे, ढोल नगाडों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन मोहर्रम ताजियों के साथ विशेष समुदाय के द्वारा डीजे, सैकड़ों ढोल नगाडों के लिए इस तरह की कोई बंदिशें तय नहीं है. जबकि ये लोग हजारों की तादात में एक साथ सड़कों पर जुलूस निकालकर हथियारों का प्रदर्शन करने और टयूबलाईटें फोडने जैसे नज़ारे पेश करते हुवे सड़कों से गुजरेंगे. बाकायदा सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखकर जयपुर के सांगानेर से बीजेपी विधायक अशोक लाहौटी ने इसे पारंपरिक निकलने वाली कावड़ यात्रा व हिन्दू सनातन धर्म के साथ कुठाराघात करार दिया है.
यह भी पढ़ें : Har ghar tiranga: सिर्फ एक नारा देगा 30,000 रुपए जीतने का मौका, सरकार ने की घोषणा
विधायक ने कहा है कि सांगानेर में 02 जुलाई को भगवान श्री जगन्नाथ जी की यात्रा निकलने वाली थी. जो सैकड़ो वर्षों से निकलती आ रही है. उसकी अनुमति भी जारी हो गई थी. पुलिस प्रशासन के द्वारा पुजारी के परिवार पर दबाव बनाकर निकलने वाली यात्रा को जबरन रूकवाया गया था. कल हुई मीटिंग में सांगानेर व्यापार महासंघ सहित कई समाज समुदायों के प्रतिनिधियों ने राखी के त्यौहार के मद्देनजर सैकड़ों ढोल नगाड़ों के साथ ताजिया जुलूस मोन बाजार से निकलने पर कड़ा एतराज किया है. वहीं दूसरी तरह गहलोत सरकार के केबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कांवड़ यात्रा पर रोक की ख़बरों से तो इनकार किया. लेकिन कहा की भाजपा इसे बेवजह मुद्दा बना रही है, हालांकि उन्होंने माना की डीजे पर रोक है.
उन्होने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा ने गहलोत सरकार को तुष्टिकरण पर घेरा हो. इससे पहले रमजान माह में समुदाय विशेष को निर्बाद बिजली देना के आदेश हो या फिर रामनवमी की यात्रा के दौरान धारा 144 लगाने जैसे मुद्दों पर भी बीजेपी हमलावर रही है.