राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है. मायावती की बहुजन समाज पार्टी राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेगी. बीएसपी के इस फैसले से कांग्रेस को निश्चित तौर पर एक बड़ी राहत मिली है. बता दें कि साल 2018 में राजस्थान विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने 6 सीटों पर जीत हासिल की थी. इस चुनाव में मायावती की पार्टी ने राज्य में तीसरा मोर्चा बनाने की भी पूरी कोशिश की थी. हालांकि, पार्टी की किस्मत अच्छी नहीं रही थी और चुनाव जीतने वाले सभी 6 विधायक बीएसपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
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बहुजन समाज पार्टी ने फैसला किया है कि वे राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. बीएसपी के इस फैसले से कांग्रेस को सीधा फायदा मिलना तय है. राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि पार्टी में इस वक्त संगठनात्मक कार्य किए जा रहे हैं, लिहाजा उपचुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारे जाएंगे. भगवान सिंह ने बताया कि उन्होंने इस विषय पर पार्टी प्रमुख मायावती से चर्चा की थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया है. बताते चलें कि राजस्थान की कुल 4 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिनमें से तीन सीटों के लिए कार्यक्रम का भी ऐलान कर दिया गया है.
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भगवान सिंह ने बताया कि राजस्थान में पार्टी को बूथ स्तर पर मजबूत किया जा रहा है. पार्टी ने इस साल के अंत तक अपने संगठन को बूथ स्तर पर मजबूत बनाने का लक्ष्य रखा है ताकि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ सकें. बताते चलें कि बीएसपी चीफ मायावती ने 15 मार्च को BSP के संस्थापक कांशीराम की 87वीं जयंती पर कहा था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और अकेले ही चुनाव लड़ेगी.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में हिस्सा नहीं लेगी BSP
- राजस्थान की 4 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
- संगठनात्मक कार्यों की वजह से उपचुनाव नहीं लड़ेगी BSP